ये कैसी लिस्ट, जहां से गायब हैं अडानी, नंबर 1 पर मौजूद हैं अंबानी
जब भी देश में अमीर कारोबारियों और और बिजनेस का नाम लिया जाता है तो मुकेश अंबानी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ गौतम अडानी और अडानी ग्रुप का भी लिया जाता है. फोर्ब्स से लेकर ब्लूमबर्ग तक देश ही नहीं बल्कि एशिया में मुकेश अंबानी के बाद गौतम अडानी दूसरे सबसे अमीर कारोबारी हैं, लेकिन हाल में एक ऐसी लिस्ट आई है, जहां पर मुकेश अंबानी और उनके परिवार का नाम तो है, लेकिन अडानी और उके परिवार का नाम गायब है. खास बात तो ये है कि इस लिस्ट में बजाज का नाम सिर्फ शामिल ही नहीं किया गया, बल्कि दूसरे पायदान पर भी रखा गया है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर ये कौन सी लिस्ट है, जिसमें अडानी ग्रुप का नाम शामिल नहीं किया गया.
अंबानी नंबर 1, बजाज नंबर 2
बार्कलेज प्राइवेट क्लाइंट्स हुरुन इंडिया के सबसे मूल्यवान पारिवारिक व्यवसायोंटाट की लिस्ट जारी हुई है. जिसमें अंबानी परिवार 25.75 लाख करोड़ रुपए के साथ देश का सबसे मूल्यवान पारिवारिक व्यवसाय बन गया है. जबकि दूसरे नंबर पर अडानी नहीं है. खास बात तो ये है कि अडानी को इस लिस्ट में शामिल ही नहीं किया गया है. यही वजह से उनकी जगह पर दूसरे पायदान पर बजाज परिवार को रखा गया है. रिपोर्ट के अनुसार बजाज परिवार 7.13 लाख करोड़ रुपए के साथ दूसरे स्थान पर है. इसके अलावा बिड़ला परिवार 5.39 लाख करोड़ रुपए के साथ तीसरे स्थान पर हैं.
अडानी इस लिस्ट में किया शामिल
अडानी परिवार का परिवार का व्यावसायिक मूल्य 15.44 लाख करोड़ रुपए आंका गया है, लेकिन उन्हें मेन लिस्ट में शामिल नहीं किया गया. रिपोर्ट के अनुसार पहली पीढ़ी का व्यवसायी होने से यह मेल लिस्ट में शामिल नहीं है. उन्हें एक दूसरी लिस्ट में नंबर पर रखा गया है. सेकंड जेनरेशन सक्रिय नेतृत्व के साथ फर्स्ट जेनरेशन के परिवारों वाली लिस्ट में अडानी परिवार टॉप हैं. जबकि सीरम इंस्टीट्यूट का पूनावाला परिवार 2.37 लाख करोड़ रुपये के व्यवसाय के साथ दूसरे स्थान पर है.
लगातार देखने को मिल रही ग्रोथ
हुरुन इंडिया के फाउंडर और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा कि पिछले साल की तुलना में तीन-चौथाई पारिवारिक व्यवसायों की वैल्यू में इजाफा देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि भारत में दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता और वृद्धि को बनाए रखने में इन पारिवारिक व्यवसायों की महत्वपूर्ण भूमिका है. आपको बता दें मौजूदा समय में ग्लोबल लेवल पर भारत को लेकर सेंटिमेंट काफी पाजिटिव हैं. विदेशी निवेश भारत में लगातार बढ़ रहा है. जिसका फायदा देश के टॉप बिजनेस को भी हो रहा है.