‘ये मेरा आखिरी चुनाव होगा..’, लगातार पिछड़ते जा रहे डोनाल्ड ट्रंप ने क्या चल दिया इमोशनल कार्ड?
अमेरिका चुनाव जैसे-जैसे करीब आता जा रहा है, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दौड़ में पिछड़ते जा रहे हैं. फिलाडेल्फिया में हुई राष्ट्रपति बहस में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ट्रंप पर हावी दिखी थी. डिबेट में ट्रंप को अपनी बात रखने में काफी संघर्ष करना पड़ा था. डिबेट के बाद से आ रहे सर्वो में भी ट्रंप को पिछड़ता हुआ दिखाया है. जिसके बाद सोमवार को पहली बार ट्रंप ने अपनी हार की संभावना को स्वीकार करते दिखे हैं.
ट्रंप ने हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में कहा कि अगर वह 2024 का राष्ट्रपति चुनाव में हार जाते हैं, तो वह 2028 में फिर से चुनाव नहीं लड़ेंगे. ये पहली मौका है, जब ट्रंप ने चुनावी राजनीति में अपने भविष्य पर बात की है. बता दें, डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से जब तक राष्ट्रपति जो बाइडेन मैदान में थे, ट्रंप ने उनकी उम्र को लेकर कई हमले किए थे. 2028 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की उम्र 82 साल होगी, जोकि जो बाइडेन की हालिया उम्र से एक साल ज्यादा है. इस इंटरव्यू के दौरान ट्रंप इमोशनल होते हुए दिखाई दिए है, जो कि उनके पुराने स्वभाव से बिल्कुल अलग है.
हार की संभावना को पहली बार स्वीकारा
ट्रंप ने एंकर शैरी ऐटकीसन के अगले चुनाव में लड़ने की संभावना वाले सवाल पर कहा, “नहीं, मैं नहीं, मुझे लगता है कि यह मेरा आखिरी चुनाव होगा.” ट्रंप का ये जवाब इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि ट्रंप पूरे चुनाव के दौरान अपनी जीत का दावा करते आ रहे हैं और उन्होंने कभी भी हार की संभावना को स्वीकार नहीं किया है. वह हमेशा कहते हैं कि उनकी हार तब ही सकती है जब चुनाव में धोखाधड़ी हो.
ट्रंप ने अपनी 2020 की हार को भी स्वीकार नहीं किया था और कहा था कि नतीजों में धोखाधड़ी की गई है और अब 2024 में भी इसी रुख को दोहराते दिखे थे.
ट्रंप खेल रहे इमोशनल कार्ड!
ट्रंप की टिप्पणी से लग रहा है कि उन्होंने अमेरिका की जनता का मूड भाप लिया है, उनको लगने लगा है कि कमला हैरिस राष्ट्रपति की रेस में आगे निकलती जा रही है. उनको लगने लगा है कि उनके दक्षिणपंथी विचार और बयानों से अमेरिका की जनता पर असर नहीं पड़ रहा है. इस लिए अब ट्रंप अपना आखिरी दाव खेल रहे हैं. जिसमें वे जनता को इमोशनल कर उनके समर्थन की उम्मीद कर रहे हैं.
ट्रंप इस बात को भी भाप गए हैं कि उनका खेला हुआ उम्र का कार्ड उनके ही लिए मुद्दा बन रहा है, खासकर जब उनके सामने कमला हैरिस जैसी युवा उम्मीदवार हैं. 2028 के चुनाव में ये मुद्दा और बड़ा रूप ले सकता है, इसलिए ट्रंप इमोशनल कार्ड खेल रहे हैं.
भारत में नेता खेलते रहे हैं इमोशनल कार्ड!
भारत की राजनीति में जनता को जज्बाती कर वोट लेना कोई नई बात नहीं है, हाल ही में जेल से बाहर आए केजरीवाल ने 5 में से 4 साल से ऊपर का मुख्यमंत्री कार्यकाल पूरा करने के बाद, बड़े ही इमोशनल ढंग से इस्तीफा देते हुए कहा, “दिल्ली का आगामी विधानसभा चुनाव मेरी अग्निपरीक्षा है. अगर आपको लगता है कि हमने काम किया है और केजरीवाल ईमानदार है, तभी मुझे वोट देना.” केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से कहा कि मेरी ईमानदारी का फैसला जनता की अदालत में होगा.
वहीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि ये मेरा आखिरी चुनाव है, मेरी उम्र 77 साल हो चुकी है. इसके बावजूद मध्यप्रदेश की राजगढ़ सीट से उनको हार का सामना करना पड़ा और जनता ने बीजेपी उम्मीदवार रोडमल नागर पर फिर से भरोसा जताया था.