‘ये मेरी हैसियत से बाहर है…’ भारत के खिलाफ सेमीफाइनल से पहले इंग्लैंड के कोच ने क्यों ऐसा कहा?
करीब दो साल बाद एक बार फिर से भारत और इंग्लैंड टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में आमने-सामने हैं. एडिलेड में टी20 वर्ल्ड कप 2022 में दोनों टीमों की टक्कर हुई थी, जिसमें इंग्लैंड ने बाजी मारी थी. इस बार कौन फाइनल में जगह बनाएगा, इस पर सबकी नजरें हैं. जहां भारतीय फैंस इस पर ही बातें कर रहे हैं, वहीं इंग्लैंड समेत बाकी टीमों के फैंस और पूर्व क्रिकेटर के बीच नाराजगी इस मैच के वेन्यू को लेकर है. इसे लेकर ही अब इंग्लैंड के कोच मैथ्यू मॉट ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि आईसीसी के इस फैसले से टीम इंडिया को फायदा होगा.
पूरे टी20 वर्ल्ड कप 2024 के दौरान लगातार शेड्यूल को लेकर चर्चा होती रही है. खास तौर पर टीम इंडिया के मैचों का एक फिक्स टाइम होने को लेकर कई टीमों के फैंस और एक्सपर्ट आपत्ति जताते रहे हैं. सबसे ज्यादा सवाल तो सेमीफाइनल मैच के वेन्यू को लेकर उठे हैं, जिसमें ये पहले ही तय हो गया था कि टीम इंडिया के पहुंचने पर वो दूसरा सेमीफाइनल ही खेलेगी, फिर चाहे वो सुपर-8 राउंड में पहले स्थान पर रहती या दूसरे स्थान पर.
क्या बोल गए इंग्लैंड के कोच?
यानी टीम इंडिया को वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले ही सेमीफाइनल का वेन्यू पता था, जबकि बाकी टीमों को अंत में ही पता चला कि वो कहां सेमीफाइनल खेलेंगी. इसे लेकर लगातार बयानबाजी हो रही है और आईसीसी पर सवाल उठ रहे हैं. अब सेमीफाइनल से पहले इंग्लैंड के कोच मैथ्यू मॉट ने भी पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है और अपनी निराशा जाहिर की है. मॉट ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में माना कि उन्हें शुरू से ही इसके बारे में पता था लेकिन ये फैसला उनकी हैसियत से बाहर का है. लेकिन मॉट ने साफ कहा कि टीम इंडिया को इसका फायदा हो सकता है.
मैच पर बारिश का खतरा
अब सवाल ये है कि क्या टीम इंडिया को सही में इसका फायदा मिल पाएगा? हालांकि इसके लिए तो मैच का पूरा होना सबसे जरूरी है क्योंकि गयाना में पिछले कुछ दिनों से रोज बारिश हो रही है और मैच के दिन भी लगातार बारिश का अनुमान है. इतना ही नहीं, इस सेमीफाइनल के लिए कोई रिजर्व-डे भी नहीं है. ऐसे में अगर मैच पूरी तरह बारिश से धुलता है तो सुपर-8 राउंड के अपने ग्रुप में टॉप पर रहने वाली टीम फाइनल में जाएगी. यहां पर टीम इंडिया को फायदा मिल सकता है क्योंकि वो अपने ग्रुप में नंबर-1 थी, जबकि इंग्लैंड दूसरे नंबर पर रही.