योगी सरकार के फैसले से कितनी सस्ती हो जाएंगी कारें? ये रही पूरी लिस्ट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़े तोहफे का ऐलान किया है. अगर आप यूपी के रहने वाले हैं और नई कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तब एक बार हाइब्रिड कार के ऑप्शन को देख सकते हैं. ये ना सिर्फ माइलेज देने में सबसे आगे रहती हैं, बल्कि अब यूपी सरकार ने इनकी खरीद को भी सस्ता कर दिया है, क्योंकि इनका रजिस्ट्रेशन चार्ज यूपी में 100% Free हो गया है.
जी हां, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हाल में कैबिनेट की बैठक हुई और हाइब्रिड कारों की रजिस्ट्रेशन कार फीस को माफ करने का फैसला कर दिया गया. इससे अब यूपी में हाइब्रिड कारें 3 से 4 लाख रुपए तक सस्ती हो सकती हैं. लेकिन असल में इनका आपकी जेब पर क्या असर होगा?
1000 किमी तक का माइलेज, ऐसे होती है बचत ही बचत
भारत में सरकार का जोर इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा देने पर है. लेकिन इसके साथ बैटरी चार्जिंग या बैटरी स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत होती है. इसी का सॉल्युशन है हाइब्रिड कारें जो असल में ‘जबरदस्त माइलेज’ देती हैं. इस टेक्नोलॉजी में किसी कार के इंजन के साथ एक बैटरी भी जुड़ी होती है, जो एक्स्ट्रा माइलेज देने का काम करती है. इस बैटरी को चार्ज करने का सिस्टम ही इसे खास बनाता है.
दरअसल हाइब्रिड कार में लगी इलेक्ट्रिक मोटर की बैटरी पेट्रोल से चार्ज नहीं होती, बल्कि रीजेनरेटिव एनर्जी के सिद्धांत पर काम करती है. अगर आप यूपी वाले हैं, तो बचपन में कभी ना कभी जरूर पढ़ा होगा कि ‘ऊर्जा नष्ट नहीं होती, इसे एक माध्यम से दूसरे माध्यम में परिवर्तित किया जा सकता है’. बस यही सिद्धांत हाइब्रिड कारों में भी काम करता है.
हाइब्रिड कार में पहियों के पास रीजेनरेटिव ब्रेक्स लगाए जाते हैं. जैसे ही आप ब्रेक लगाते हैं तो एक एनर्जी जेनरेट होती है और इसी काइनेटिक ऊर्जा को इलेक्ट्रिसिटी डायनमों की मदद से बैटरी में स्टोर कर लिया जाता है. फिर जब आप कार चलाते हैं और उसे एक स्पीड लिमिट तक ले जाते हैं, तब ये ऑटोमेटिक तरीके से इलेक्ट्रिक मोटर पर शिफ्ट हो जाती है. इससे आपके फ्यूल टैंक में पड़ा पेट्रोल बचता है और आपको बढ़िया माइलेज मिलता है. अब जैसे Honda City के eHEV वर्जन को ही ले लें, इस कार में फुल टैंक पर आपको 1000 किमी तक का माइलेज मिलता है.
रजिस्ट्रेशन चार्ज से ऐसे बचेंगे आपकी जेब के पैसे
मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश सरकार अभी 10 लाख रुपए से कम कीमत वाली गाड़ियों पर 8% और उससे अधिक की गाड़ी पर 10% के RTO चार्जेस वसूलती है. यूं तो अलग-अलग स्टेट में फ्यूल टाइप के हिसाब से अलग-अलग टैक्स होता है, लेकिन यूपी में ऐसा नहीं है और सिर्फ कीमत के आधार पर टैक्स देना होता है. अब मानकर चलिए की आपने ऐसी कोई हाइब्रिड कार खरीदी, जिसकी एक्सशोरूम कीमत 12 लाख रुपए है, तब आपका रजिस्ट्रेशन चार्ज ही करीब 1.2 लाख रुपए हो जाएगा. इसे इस टेबल से समझ सकते हैं…
कार का वैरिएंट
कार की एक्स-शोरूम कीमत (नोएडा)
कार पर अनुमानित RTO चार्जेस
मारुति ग्रांड विटारा (सिग्मा स्मार्ट हाइब्रिड)
10.99 लाख रुपए
1.17 लाख रुपए
मारुति इनविक्टो (एल्फा प्लस 7 सीटर)
29.01 लाख रुपए
3.02 लाख रुपए
होंडा सिटी ईएचईवी (जेडएक्स 2024)
20.55 लाख रुपए
2.17 लाख रुपए
टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस (वीएक्स हाइब्रिड 7 सीटर)
25.97 लाख रुपए
2.62 लाख रुपए
टोयोटा अरबन क्रूजर हाईराइडर ( एस- हाइब्रिड)
16.66 लाख रुपए
1.68 लाख रुपए
टोयोटा वेलफायर (वीआईपी एग्जीक्यूटिव लाउंज)
1.32 करोड़ रुपए
13.75 लाख रुपए
(Source: www.carwale.com)
ऐसे में हाइब्रिड कार की रेंज में आम लोगों की पहुंच में रहने वाली सबसे महंगी कारें 34 से 40 लाख रुपए तक की कॉस्ट पर जाती हैं, यानी उनकी सीधे-सीधे 4 लाख रुपए तक की बचत होगी.
वैसे बताते चलें कि कारों पर सिर्फ आरटीओ चार्जेस नहीं वसूले जाते हैं. यूपी में कई और तरह के कर कार की खरीद पर देने होते हैं. जी हां, अगर आप लोन पर कार लेते हैं तो आपको फिक्स हाइपोथेकेशन चार्ज देना होता है. इसके अलावा नंबर प्लेट चार्ज, टेंपेरेरी रजिस्ट्रेशन चार्ज, रजिस्ट्रेशन चार्ज, फास्टैग चार्ज और ग्रीन टैक्स भी देना होता है. वहीं पार्किंग इत्यादि इंफ्रास्ट्रक्चर के डेवलपमेंट के लिए सरकार कार की खरीद के समय ही एक फिक्स चार्ज वसूलती है.
मार्केट में मौजूद हैं ये हाइब्रिड कारें
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी हाइब्रिड कारों की एक पूरी रेंज पेश करती है. इसमें स्विफ्ट से लेकर बलेनो, फ्रॉन्क्स, अर्टिगा, एक्सएल6, ग्रांट विटारा और सियाज जैसे मॉडल शामिल हैं. वहीं टोयोटा और होंडा के भी कुछ मॉडल इस कैटेगरी में आते हैं. हाल में हुंडई ने भी इस सेगमेंट पर ध्यान देना शुरू किया है.