रईसी की मौत के बाद ईरान में बदल गया इतिहास, राष्ट्रपति की रेस में आया ऐसा नाम जो किसी ने सोचा न होगा

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की अचानक हेलिकॉप्टर हादसे में हुई मौत के बाद अब वहां नए सिरे से चुनाव हो रहे हैं. 28 जून को चुनाव होने हैं. आर्टिकल 131 के मुताबिक, राष्ट्रपति की मृत्यु के बाद 50 दिन के अंदर चुनाव कराने होते हैं. चुनाव के लिए कई उम्मीदवार अपना रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं और ये सिलसिला अभी भी जारी है. राष्ट्रपति चुनाव के लिए रविवार को जोहरेह इलाहियन ने नामांक कर सबको चौंका दिया है. उन्होंने इस चुनाव की पहली महिला उम्मीदवारी पेश की है.
अगर जोहरेह इलाहियन का नाम गार्जन ऑफ काउंसिल द्वारा पास हो जाता है तो वे ईरान की पहली महिला राष्ट्रपति उम्मीदवार होंगी. पश्चिमी देश महिला अधिकारों के लिए ईरान की हमेशा से आलोचना करते आए हैं, जोहरेह का चुनाव लड़ना ईरान की महिला विरोधी छवि को भी काफी हद तक सुधारने का काम करेगा.

زهره الهیان نماینده سابق مجلس به عنوان اولین نامزد زن در این دوره از انتخابات ریاست جمهوری ثبت نام کرد pic.twitter.com/HU3mrRNWfg
— hadi mohammadi (@m_h_mohammadi) June 1, 2024

कट्टरपंथ से प्रभावित हैं जोहरेह इलाहियन
57 साल की जोहरेह इलाहियन एक फिजिशियन और पूर्व सांसद हैं. इसके अलावा वे विदेश नीति समिति की सदस्य भी रह चुकी हैं. कट्टरपंथी विचारधारा रखने वाली जोहरेह दो बार सांसद चुनी जा चुकी हैं.
रजिस्ट्रेशन के बाद दिए गए भाषण में जोहरेह ने अच्छी सरकार, देश की अर्थव्यवस्था में सुधार, समाज में सुधार और भ्रष्टाचार से लड़ने का संकल्प लिया है. दूसरे कट्टरपंथियों की तरह ही इलाहियन भी महिलाओं के लिए हिजाब और देश में शरिया कानून की समर्थक हैं.
क्या गार्जन ऑफ काउंसिल देगी इजाजत?
ईरान में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों का चयन 12 सदस्यों की गार्जन ऑफ काउंसिल द्वारा किया जाता है. ये काउंसिल ईरान के सुप्रीम लीडर से सीधे तौर पर जुड़ी है और ईरान कानून के मुताबिक सुप्रीम लीडर का चयन करना भी इसी काउंसिल की जिम्मेदारी है.
इतिहास में महिला उम्मीदवारों का रजिस्ट्रेशन काउंसिल ने रद्द किया है. ईरान की सुधारवादी राजनीतिज्ञ और पत्रकार आज़म तलेघानी ने 1997 से 2019 में अपनी मौत होने तक हर राष्ट्रपति चुनाव में रजिस्ट्रेशन कराया. उनको ईरान में ‘इस्लामी फैमिनिस्ट’ के तौर पर भी देखा जाता है. लेकिन तलेघानी की उम्मीदवारी हर बार गार्जियन काउंसिल द्वारा खारिज कर दी गई.

Azam Taleghani repeatedly registered to run for #Iran‘s presidency despite always being disqualified because of her gender. She passed away Nov. 1 at the age of 76. In this 2017 photo she was climbing up the steps to register for the election one last time, at 74-years-old. pic.twitter.com/0VLfkXsGui
— IranHumanRights.org (@ICHRI) November 2, 2019

राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारी के लिए आए कई नाम?
ईरान के 14वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए अब तक कई उम्मीदवारों के नाम सामने आ चुके हैं. सेंट्रल बैंक ऑफ ईरान (CBI) के पूर्व गवर्नर अब्दोलनासर हेममती ने शुक्रवार को राष्ट्रपति के लिए रजिस्ट्रेशन किया. पूर्व सांसदों और सांसदों मे घोदरत अली हेशमतियन, इस्फ़हान का प्रतिनिधित्व करने वाले अब्बास मोक्तदाई, मुस्तफ़ा कावाकेबियन और मोहम्मद रेज़ा सब्बाघियन ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
एक्सपेडिएंसी काउंसिल के मेंबर और तीन बार राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सईद जलीली ने फिर से अपना रजिस्ट्रेशन कराया है. दूरदर्शी नेतृत्व की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति को सिर्फ बुनियादी रोजमर्रा के काम ही नहीं, बल्कि महान देश को आगे ले जाने की सोच रखने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा ईरान एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक मोड़ पर है और इस अवसर की अनदेखी हमारी तरक्की में रुकावट पैदा करेगा.

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