रहस्य से उठा पर्दा! नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर जहां रखे थे कदम, उससे कुछ दूरी पर मिली गुफा
चांद को लेकर पृथ्वी पर जबरदस्ता उत्सुकता दिखाई देती है. इस बीच चांद से जुड़ी एक खुशखबरी आई है. वैज्ञानिकों को चांद की सतह पर एक गुफा मिली है. इस गुफा का मिलना भविष्य के चंद्रमा मिशन के लिए खास माना जा रहा है, क्योंकि इसके अंदर इंसान चांद के खराब मौसम से बच सकता है. ये गुफा उस जगह से ज्यादा दूर नहीं है जहां आधी सदी से ज्यादा पहले नासा यात्री नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्ड्रिन उतरे थे.
वैज्ञानिक का मानना है कि चांद पर ऐसी और सैकड़ों गुफाएं हो सकती हैं, जो भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के रहने की जगह बन सकती हैं. खबरों के मुताबिक ये गुफा अपोलो 11 के लैंडिंग लोकेशन से महज 400 किलोमीटर दूर ‘सी ऑफ ट्रैंक्विलिटी’ में मौजूद है.
लावा ट्यूब गिरने से बनी गुफा
ये गुफा चांद पर खोजे गए 200 से ज्यादा गड्ढों की तरह एक लावा ट्यूब ढहने के बाद बनी है. ये गुफा चांद की जमीन पर एक रोशनदान की तरह नजर आती है.
इटली की ट्रेंटो यूनिवर्सिटी के लोरेंजो ब्रुजोन और लियोनार्डो कैरर के मुताबिक इसको धरती से नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है.
वैज्ञानिकों ने बताया कि लाखों या अरबों साल पहले इसका निर्माण हुआ, जब चांद पर लावा बहकर आया था. लावे ने चांद की सतह पर सुरंग बनाने का काम किया. प्रोफेसर कैरर ने बताया कि दुनिया में इसके सबसे नजदीक स्पेन के लांजारोटे की ज्वालामुखीय गुफाएं होंगी.
गुफाओं से मिलेगा जीवन
वैज्ञानिकों ने कहा कि इन तस्वीरों को देखना वाकई रोमांचक है. इन तस्वीरों के बाद लग रहा है कि हम चांद पर जीवन के बेहद करीब हैं. धरती पर जीवन गुफाओं से ही शुरू हुआ है. हम मानते हैं कि चांद पर भी इंसान इन गुफाओं में रह सकता है, हालांकि अभी गुफा के अंदर जाना बाकी है.
नासा को लगभग 50 साल पहले चांद पर गुफाएं होने का पता लगा था. फिर 2010 में लूनर रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर ने चांद पर बड़े बड़े गड्ढों की तस्वीरें लीं. तब वैज्ञानिकों को लगा कि ये गुफाओं के अंदर जाने का रास्ता हो सकता है. लेकिन साइंटिस्ट को यह नहीं मालूम है कि गुफाएं कितनी गहरी हैं.
इन गुफाओं के अंदर की चट्टानें और अन्य सामग्री जो लाखों सालों से कठोर परिस्थितियों के बावजूद बदली नहीं हैं. ये सामग्री वैज्ञानिकों को यह समझने में भी मदद कर सकती हैं कि चंद्रमा का विकास कैसे हुआ, खासकर इसकी ज्वालामुखी गतिविधि के संबंध में.