राजकोट गेम जोन अग्निकांड: प्लानिंग अफसर समेत चार अधिकारी गिरफ्तार
राजकोट गेम जोन आग मामले में चार अधिकारियों पर गाज गिरी है. नगर नियोजन अधिकारी (Town Planning Officer) समेत चार अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें टीपीओ एमडी सागथिया, सहायक टीपीओ मुकेश मकवाना, गौतम जोशी और कलावड रोड अग्निशमन केंद्र के पूर्व स्टेशन अधिकारी रोहित विगोरा है. जोशी और विगोरा को पहले ही निलंबित किया जा चुका है. पुलिस ने इससे पहले मंगलवार रात ‘टीआरपी गेम जोन’ से जुड़े किरीट सिंह जडेजा को गिरफ्तार किया था. ये पांचवीं गिरफ्तारी थी.
किरीट सिंह जडेजा इस मामले में दर्ज की गई एफआईआर में नामजद टीआरपी गेम जोन के छह हिस्सेदारों में से एक है. इसमें से एक नामजद प्रकाश हिरन की आग लगने की मौत हो चुकी है. गेम जोन से जुडे़ लोगों में युवराज सिंह सोलंकी, राहुल राठौड, धवल ठक्कर और उसके प्रबंधक नितिन जैन को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
गेम जोन में लगी आग में 27 लोगों की हुई थी मौत
25 मई को गेम जोन में आग लगी थी. इसमें 27 लोगों की मौत हुई थी. राजकोट के जिलाधिकारी प्रभाव जोशी ने बताया कि सभी मृतकों के डीएनए सैंपल उनके रिश्तेदारों से मैच हो गए हैं. अग्निकांड की जांच कर रही एसआईटी के चीफ सुभाष त्रिवेदी ने बताया कि हमें राजकोट नगर निगम, अग्निशमन विभाग, पुलिस और बिजली कंपनी से जुड़े अधिकारियों की भूमिका की जांच करने और कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
एनओसी के लिए रिश्वत देनी पड़ी थी: भाजपा नेता
भाजपा नेता और गुजरात से राज्यसभा सदस्य राम मोकारिया ने राजकोट नगर निगम की पोल खोली है. पुराने मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा है कि राजकोट नगर निगम के दमकल विभाग से एनओसी लेने के लिए 70 हजार रुपये की रिश्वत दी थी. उन्होंने कहा कि पांच साल पहले जब वो व्यवसाय करते थे, तब उन्होंने उप अग्निशमन अधिकारी को रिश्वत दी थी.
मोकारिया ने कहा, एक परियोजना के संबंध में अग्नि सुरक्षा संबंधी एनओसी लेने के लिए दमकल अधिकारी बी. जे. थेबा को 70,000 रुपये दिए थे. मुझे पता चला है कि अब गेम जोन में आग लगने के मामले में पुलिस उसकी (थेबा) कथित भूमिका के लिए पूछताछ कर रही है. मैं बस यह बताना चाहता हूं कि व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार है. मैंने पहले भी इसके बारे में आवाज उठाई थी.