राजनीतिक विमर्श का सबसे निचला स्तर…पूजा भट्ट ने एक तीर से साधे दो निशाने!
एक्ट्रेस, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर पूजा भट्ट अपनी बेबाक राय और अदांज के लिए जानी जाती हैं. महेश भट्ट की बेटी पूजा भट्ट ने फिल्म डैडी से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था. 17 साल की पूजा को इस फिल्म में काफी बोल्ड तरीके से दिखाया गया था. पूजा 90 के दशक की वो एक्ट्रेस हैं, जिन्होंने अपने फैसले से सभी को चौंकाया है. पिता महेश भट्ट के साथ लिप किस से लेकर बॉडी पेंट करवाकर टॉपलेस फोटो शूट कराने तक पूजा हमेशा से कॉन्ट्रोवर्सी का हिस्सा रही हैं. हाल ही में पूजा Bigg Boss OTT 2 में दिखी थीं, जिसके बाद से वो सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा एक्टिव हो गई हैं. पूजा ने अब राजनीति को लेकर अपना ओपिनियन शेयर किया है.
पूजा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि किसी भी पार्टी के नेता कुछ भी बिना सोचे समझे बोल रहे हैं. राजनीति का स्तर गिरता चला जा रहा है. उन्होंने लिखा कि राजनीतिक विमर्श अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. जिन मुद्दों को सहानुभूति, जिम्मेदारी और जवाबदेही के साथ संबोधित करने की आवश्यकता है, उनका उपयोग अपमानित करने और शर्मसार करने के लिए किया जा रहा है, यह देखकर दुख होता है. स्वीकार्यता और समझ सबसे परे है.
Political discourse has hit an all time low. Sickening to see issues that need to be addressed with empathy,responsibility & accountability being used to humiliate & shame. Guess degradation & righteousness is easier to indulge in. Acknowledgement & understanding is beyond most.
— Pooja Bhatt (@PoojaB1972) August 28, 2024
किस बयान से जोड़ रहे हैं लोग?
पूजा भट्ट के इस पोस्ट को लोग बीजेपी सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के किसान आंदोलन वाले बयान से जोड़ कर देख रहे हैं. कंगना ने कहा था कि किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवियों ने पंजाब में हिंसा फैलाई थी. इस दौरान वहां रेप और मर्डर भी हुए थे. केंद्र सरकार ने बिल को वापस ले लिया वर्ना उपद्रवियों की बहुत लंबी योजना थी. कंगना के इस बयान के बाद पार्टी ने उनसे खुद को अलग कर लिया. साथ ही उन्हें भविष्य में ऐसा बयान न देने की भी नसीहत दी है. बीजेपी के केंद्रीय मीडिया विभाग की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि बीजेपी सांसद कंगना रनौत का किसान आंदोलन पर दिया गया बयान पार्टी का मत नहीं है.
लाेग दे रहे हैं ये रिएक्शन
पूजा के इस पोस्ट पर लोग तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं. कुछ लोग इसे सही बता रहे हैं तो कुछ उन्हें खुद राजनीति में शामिल होने की नसीहत दे रहे हैं. उनके पोस्ट पर एक यूजर ने लिखा, “आप राजनीति में क्यों नहीं आती और इसे सुधारती हैं. बोलना आसान है करके दिखाना गजब होगा. आपका इंतजार है.” वहीं दूसरे यूजर ने कहा कि अगर आप पश्चिम बंगाल के बारे में बात कर रहे हैं, तो प्लीज इसमे टीएमसी नेताओं को लेकर कहें नहीं तो ये समय की बर्बादी है और कुछ नहीं. हालांकि एक यूजर ने उनकी बात का समर्थन किया है. एक और यूजर ने पोस्ट पर कमेंट कर के कहा, “यह वास्तव में चिंताजनक है कि राजनीतिक संवाद अब व्यक्तिगत अपमान और विभाजनकारी बयानबाजी तक सिमट गया है. लोकतंत्र की ताकत उसके संवाद की गुणवत्ता में होती है, जहां सहनशीलता, समझ और जवाबदेही को प्राथमिकता दी जानी चाहिए.”