राजस्थान में बाल गोपाल योजना होगी बंद, शिक्षा मंत्री ने कहा- ‘अब दूध की जगह दिया जाएगा मोटा अनाज’
Rajasthan Bal Gopal Yojana: राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार गहलोत राज की एक और योजना को बदलने की तैयारी कर रही है. शिक्षा विभाग ने राज्यभर के प्राथमिक विद्यालयों में बाल गोपाल दूध योजना को बंद करने की तैयारी शुरू कर दी है. राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इसके संकेत हुए कहा कि इस योजना का फायदा सभी स्कूली स्टूडेंट्स को नहीं मिल रहा है.
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने गुरुवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वर्तमान हालात में बाल गोपाल योजना का फायदा सभी स्टूडेंट्स को नहीं मिल रहा है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग स्कूल स्टूडेंट्स को दूध की जगह मोटा अनाज (मिलेट्स) देने पर विचार कर रहा है. वहीं, राजस्थान शिक्षक संघ ने इस फैसले को गलत बताया है.
‘गाय का दूध उपलब्ध कराना संभव नहीं है’
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि राजस्थान में बड़ी संख्या में ऐसे स्कूली स्टूडेंट्स हैं, जो पाउडर का दूध नहीं पीना चाहते हैं. उन सभी स्थानों पर समय से गुणवत्ता युक्त गाय का दूध उपलब्ध कराना संभव नहीं है. क्योंकि इसकी गारंटी नहीं है कि हर जगह गुणवत्ता युक्त गाय का दूध उपलब्ध हो. इसलिए मौजूदा हालात में लिक्विड की जगह मिलेट्स देने पर भी विचार किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने यह भी संकेत दिया कि बाल गोपाल दूध योजना को बंद किया जा सकता है.
शिक्षक संघ ने फैसले पर जताई आपत्ति
वहीं, राजस्थान शिक्षक संघ ने इस फैसले को गलत बताया है. राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग ने शिक्षा मंत्री के फैसले पर आपत्ति जताई. सिहाग ने कहा कि छोटे बच्चों के लिए दूध से बढ़कर पौष्टिक कुछ नहीं होता. दूध का कोई विकल्प नहीं है. बाल गोपाल योजना के तहत लंबे समय से बच्चों को दूध दिया जा रहा है. जिसके सार्थक परिणाम भी मिल रहे थे.
महावीर सिहाग ने आगे कहा कि अचानक से दूध की गुणवत्ता और दूध की अनुपलब्धता की बात समझ से परे हैं. राजस्थान में कहीं भी गाय के दूध की अनुपलब्धता नहीं है. उन्होंने कहा कि मिलेट्स देना अलग बात है. इसे भी सरकार स्कूली बच्चों को दे सकती है मगर दूध का कोई विकल्प नहीं है. उनके मुताबिक, इस तरह का शिक्षा विभाग का फैसला बिल्कुल गलत है.
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