रायबरेली लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: राहुल गांधी ने बनाई बढ़त, बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह पीछे
उत्तर प्रदेश की बेहद हॉट लोकसभा सीट रायबरेली में पांचवें चरण में 20 मई को वोटिंग हुई. यहां 58.04 फीसदी वोट पड़े हैं. इस सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस के राहुल गांधी और बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह के बीच माना जा रहा है. इस सीट पर बसपा ने ठाकुर प्रसाद यादव को टिकट दिया है. राहुल गांधी पहली बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
Live Updates:
9.46 AM: रायबरेली में राहुल गांधी 18480 वोट से आगे चल रहे हैं. राहुल को 38761 वोट मिले हैं जबकि बीजेपी को 20281 वोट आए.
9.01 AM: कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने रायबरेली सीट पर बढ़त बना ली है.
8.25 AM: रायबरेली में मतगणना जारी है.
साल 2019 में भी इस सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही था. हालांकि कांग्रेस के टिकट पर सोनिया गांधी 5 लाख 34 हजार 918 वोट पाकर करीब 1 लाख 67 हजार वोटों के अंतर से चुनाव जीत गई थीं. वहीं बीजेपी के टिकट पर दिनेश प्रताप सिंह 3 लाख 67 हजार वोट पाकर दूसरे स्थान रहे थे.
साल 2014 के लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस के टिकट पर सोनिया गांधी ने करीब 3 लाख 52 हजार वोटों के अंतर से चुनाव जीत लिया था. उन्हें कुल 5 लाख 26 हजार 434 वोट मिले थे. वहीं बीजेपी के उम्मीदवार अजय अग्रवाल 1 लाख 73 हजार 721 वोट पाकर दूसरे स्थान पर और बसपा के प्रवेश सिंह केवल 63 हजार वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे.
फिरोज गांधी थे यहां के पहले सांसद
शुरू से ही कांग्रेस की सुरक्षित लोकसभा सीट रही रायबरेली में पहला चुनाव 1952 में हुआ था. उस समय कांग्रेस के टिकट पर फिरोज गांधी यहां से सांसद चुने गए थे. उन्होंने 1957 के चुनाव में भी अपनी जीत कायम रखी. हालांकि 1960 में उपचुनाव हुआ तो कांग्रेस के ही टिकट पर आरपी सिंह और फिर 62 के चुनाव में बैजनाथ कुरील यहां से सांसद चुने गए. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी 1967 और 1971 का चुनाव यहां से जीतीं. हालांकि 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर राज नारायण ने उन्हें हरा दिया.
इसके बाद वह तीसरी बार 1980 का चुनाव यहां से जीतीं. हालांकि उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दिया तो उसी साल उपचुनाव हुए और कांग्रेस के अरुण नेहरु सांसद चुने गए. वह 84 के चुनाव में भी जीते. इस लोकसभा सीट से 89 और 91 का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर शीला कौल जीतीं. फिर 1996 और 98 का चुनाव बीजेपी के पक्ष में रहा और अशोक सिंह सांसद चुने गए. इस सीट पर बीजेपी की यह आखिरी जीत थी.
उसके बाद 1999 में कांग्रेस के सतीश शर्मा यहां से सांसद चुने गए. उनके बाद हुए सभी पांच चुनाव कांग्रेस के टिकट पर सोनिया गांधी जीतती रही हैं. वह राजनीति में आने के बाद पहली बार चुनाव से दूर हैं और अपनी सीट राहुल गांधी के लिए छोड़ दी है. रायबरेली लोकसभा सीट पर शुरू से ही गांधी परिवार का दबदबा रहा है. इसकी शुरूआत फिरोज गांधी ने की और उसके बाद से लगातार और हर चुनाव में इस परिवार का प्रभाव देखा जा रहा है.