राष्ट्रपति की रेस से हटने को क्यों मजबूर हुए बाइडेन? अमेरिका के इतिहास में 56 साल बाद हुआ ऐसा

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव धीरे-धीरे दिलचस्प होता चला जा रहा है. जो बाइडेन ने राष्ट्रपति चुनाव से अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है. उन्होंने खुद इस बात का ऐलान किया कि वह अब अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे. इसके साथ ही, उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नाम का समर्थन किया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को चुनावी रेस से बाहर निकलने का निर्णय व्हाइट हाउस और अपनी पार्टी के सहयोगियों की तरफ से लगातार बनाए जा रहे दबाव के बाद लिया. यह चिंता लगातार जताई जा रही थी कि क्या 81 वर्षीय राष्ट्रपति बाइडेन नवंबर के चुनाव में जीतने में सक्षम होंगे.
बता दें कि जून के अंत में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी और देश के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बहस में खराब प्रदर्शन के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता पिछले कई हफ्तों से बाइडेन पर रेस से हटने का दबाव बना रहे थे. जानकारी के मुताबिक, 1968 में लिंडन बी. जॉनसन के बाद बाइडेन उम्मीदवारी छोड़ने वाले पहले मौजूदा राष्ट्रपति बने. आइए जानते हैं बाइडेन की उम्मीदवारी छोड़ने के प्रमुख कारण.
लाइव डिबेट में फ्रीज हो गए बाइडेन
रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियों की ओर से पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच लाइव डिबेट हुई थी, जिसके बाद बाइडेन के राष्ट्रपति पद की रेस से हटने की चर्चा शुरू हो गई थी. इसका कारण यह था कि लाइव डिबेट में बाइडेन पर ट्रंप भारी पड़ते नजर आए. ऐसे में उनकी पार्टी में ही मांग तेज हो गई कि बाइडेन को इस रेस से हट जाना चाहिए.
लंबी यात्रा में थकान
बाइडेन ने डेलावेयर के रेहोबोथ बीच में अपने घर में कुछ दिन आराम करने से पहले 14 दिनों में दो बार यूरोप और पश्चिमी तट के लिए उड़ान भरी थी. इस दौरान उन्हें देखने वाले कई लोगों के अनुसार, यात्रा के अंत तक बाइडेन बुरी तरह थक गए थे.
बेतरतीब जवाब
सीएनएन के अटलांटा स्टूडियो में, बाइडेन अपने शब्दों को बोलने में लड़खड़ा गए और फ्रीज हो गए. जिस पर पत्रकारों ने उनके सहयोगियों से स्पष्टीकरण मांगा था. जब बहस चल रही थी तो अधिकारियों ने बताया कि बाइडेन की तबियत ठीक नहीं है. हालांकि जैसे-जैसे बहस आगे बढ़ती गई, उनकी आवाज में सुधार होता गया, लेकिन उनके बेतरतीब उत्तरों ने वोटर्स, डोनर्स और डेमोक्रेटिक अधिकारियों को चौंका दिया.
ट्रंप ने बाइडेन को फटकार लगाई
वहीं 78 वर्षीय ट्रंप ने 90 मिनट की बहस के दौरान यह दावा भी किया था कि उन्होंने वास्तव में 2020 का चुनाव जीता था, लेकिन बाइडेन उनका खंडन करने में विफल रहे. वहीं ट्रम्प ने बाइडेन को फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि वह वास्तव में नहीं जानते कि उन्होंने उस वाक्य के अंत में क्या कहा. मुझे नहीं लगता कि वह जानते हैं कि उन्होंने क्या बोला.
बाइडेन से पद छोड़ने की मांग
बाइडेन ने बहस के अगले दिन खराब प्रदर्शन को स्वीकार करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि वह एक युवा व्यक्ति नहीं है. उन्होंने 2 जुलाई को कहा कि वह मंच पर लगभग सो गए थे. वहीं बहस के कुछ घंटों बाद बाइडेन से पद छोड़ने की मांग शुरू हो गई थी. वहीं नाराज डोनर्स ने बाइडेन के सहयोगियों से कहा कि उन्हें उम्मीदवार के प्रदर्शन में बदलाव देखना होगा. जिसके बाद वरिष्ठ डेमोक्रेट और बाइडेन सहयोगियों ने भी टिकट में बदलाव के संकेत देने शुरू कर दिए थे.
ट्रंप से हारना स्वीकार
बाइडेन असहमति के स्वर को शांत करने में विफल रहे. बहस के बाद अपने पहले बड़े प्रेस कॉन्फ्रेंस में, 5 जुलाई को बाइडेन ने कहा कि केवल गॉड ही उन्हें राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर कर सकते हैं. कुछ डेमोक्रेट्स के लिए अधिक चिंता की बात यह थी कि बाइडेन ने कहा कि वह ट्रम्प से हारना स्वीकार कर सकते हैं लेकिन रेस में बने रहेंगे.
पुतिन-जेलेंस्की का नाम भूले
वहीं जुलाई के दूसरे हफ्ते के दौरान नाटो शिखर सम्मेलन में, बाइडेन ने अपने उपराष्ट्रपति हैरिस और अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी ट्रम्प, और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नामों को इधर उधर कर दिया, जिनके देश एक-दूसरे के साथ युद्ध में हैं.
सर्वे में प्रदर्शन खराब
सर्वेक्षणों से पता चला कि बाइडेन कई प्रमुख राज्यों और जिलों में अन्य डेमोक्रेट्स से पीछे चल रहे हैं. हालांकि देश भर में सर्वेक्षण लगातार करीबी मुकाबले की ओर इशारा कर रहे थे. बाइडेन फिर भी विश्वास कर रहे थे कि वह ट्रम्प का सामना करने के लिए सबसे अच्छे उम्मीदवार थे.
ट्रंप पर जानलेवा हमला
पेंसिल्वेनिया में भाषण देते समय ट्रंप को गोली मार दी गई. गोली उनके कान को छू गई और उनका चेहरा खून से लथपथ हो गया. जिसके बाद पूर्व राष्ट्रपति की अपनी मुट्ठी बांधे हुए तस्वीरें बड़े स्तर पर प्रचारित की गईं. इसकी वजह से देश में ट्रंप के पक्ष में माहौल बनता नजर आने लगा था.
बाइडेन को हुआ कोरोना
कुछ दिनों बाद, नेवादा में चुनाव प्रचार के दौरान बाइडेन को कोरोना हो गया. रेहोबोथ बीच, डेलावेयर स्थित अपने घर पर स्वास्थ्य लाभ करते हुए, उनके पास यह निर्णय लेने का समय था कि क्या और कैसे अपने अभियान को खत्म किया जाए. जिसके बाद आखिरकार उन्होंने कमला हैरिस का समर्थन करते हुए अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली.

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