राहुल द्रविड़ के लिए इस दिग्गज ने की भारत रत्न की मांग, लेकिन टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी नहीं ये है वजह
टीम इंडिया ने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप, 2011 में वर्ल्ड कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था. इसके बाद मानों पिछले 11 साल में भारतीय टीम कोई भी ट्रॉफी नहीं जीत सकी थी. अब भारतीय फैंस की बैचेनी बढ़ती जा रही थी. इस बीच भारतीय टीम के डिफेंसिव अप्रोच को लेकर भी सवाल उठे, लेकिन 2022 में राहुल द्रविड़ के हेड कोच बनने के साथ ही सब कुछ बदल गया. द्रविड़ ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ मिलकर ऐसे खिलाड़ियों को चुना, जो आक्रामक अंदाज में खेलें और भारत को ट्रॉफी जीता सकें. इसका नतीजा हुआ कि भारत के पास अब टी20 वर्ल्ड कप का खिताब है. भारत के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने अब द्रविड़ के योगदान को देखते हुए देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न की मांग की है. हालांकि, इसके लिए उन्होंने एक अलग और बड़ी वजह बताई है.
गावस्कर ने क्यों की भारत रत्न की मांग?
सुनील गावस्कर का नाम भारत के महान खिलाड़ियों में शामिल है. हेड कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा की लीडरशिप में भारत के प्रदर्शन और वर्ल्ड कप ट्रॉफी से काफी खुश हैं. उन्होंने मिड डे में अपने कॉलम के जरिए कहा है कि सरकार के लिए राहुल द्रविड़ को भारत रत्न देने के लिए यह सही समय है. गावस्कर ने टी20 वर्ल्ड कप से भी हटकर कुछ कारण बताए.
उनके मुताबिक द्रविड़ ने इस जीत में तो मदद की है, लेकिन भारतीय क्रिकेट में उनका इससे भी बड़ा योगदान है. उन्होंने एक खिलाड़ी और कप्तान के तौर पर टीम इंडिया को बहुत कुछ दिया है. द्रविड़ ने अपनी कोचिंग में जहां नए खिलाड़यों को तैयार किया, वहीं उन्होंने खेलते हुए टीम को कई मुश्किल मैच जिताए. कप्तान के तौर पर उन्होंने विदेशी सरजमीं पर तब सीरीज जीती, जब एक मैच जीतना भी मुश्किल होता था.
2024 की तुलना 2011 और 1983 से
सुनील गावस्कर ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में मिली जीत की तुलना 2011 और 1983 से की. 2011 में 28 साल के लंबे इंतजार के बाद एमएस धोनी ने वर्ल्ड कप जिताया था. ठीक उसी तरह रोहित शर्मा ने 11 साल के लंबे इंतजार के बाद भारत को आईसीसी की ट्रॉफी जिताई. उनके मुताबिक इस जीत ने 2011 और 1983 की यादों को एक बार फिर से ताजा कर दिया. 2011 और 1983 की तरह मुंबई में विक्ट्री परेड के दौरान हजारों फैंस ने अपने हीरोज का इस्तेकबाल किया.