रूस के बाद जिस जिस देश के दौरे पर जा रहे पीएम मोदी, वहां के राष्ट्रपति ने पुतिन को क्यों सुनाई खरी-खोटी?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करने के बाद ऑस्ट्रिया की यात्रा पर जा रहे हैं. तीसरे कार्यकाल की पहली विदेश यात्रा में यूरोप के इस देश को शामिल करना बता रहा है कि पीएम मोदी ऑस्ट्रिया से रिश्ते मजबूत करने के लिए कितने उत्सुक हैं. ये यात्रा इस लिहाज से भी खास है क्योंकि 40 साल बाद भारत का कोई प्रधानमंत्री ऑस्ट्रिया के दौरे पर जा रहा है. इससे पहले 1971 में भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ऑस्ट्रिया दौरा किया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस दौरे पर अमेरिका और चीन के तो कान खड़े हुए हैं. उधर, रूस के यूक्रेन पर अटैक ने ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति को भी बयान देने के लिए मजबूर कर दिया है. ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से खुश नहीं हैं. पीएम मोदी के ऑस्ट्रिया आने से पहले ही ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलन ने पुतिन को खरी-खोटी खोटी सुनाई है. उन्होंने रूस सेना की ओर से यूक्रेन की राजधानी कीव में एक बच्चों के अस्पताल पर किए गए हमले के बाद गुस्से का इजहार किया है.
बता दें कि जिस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात के लिए रूस में थे. उसी समय रूसी सेना यूक्रेन पर हमले कर रही थी. रूस सेना ने सोमवार को यूक्रेन की राजधानी में कीव में स्ट्राइक कर बच्चों के अस्पताल को निशाना बनाया है. इस हमले में करीब 37 लोग मारे गए हैं.

Today we witness once again how Putins Russia is targeting civilian infrastructure in Kyiv, including Ukraines largest childrens hospital. This is not only prohibited by humanitarian law but absolutely appalling. (1/2)
— A. Van der Bellen (@vanderbellen) July 8, 2024

रूस के आतंक को रोकना होगा
बच्चों के अस्पताल पर हुए हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर ने एक्स पर लिखा, “आज हम एक बार फिर देख रहे हैं कि कैसे पुतिन की सेना यूक्रेन के सबसे बड़े बच्चों के अस्पताल सहित कीव में नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बना रही है. यह न केवल मानवीय कानून का उल्लंघन है बल्कि भयावह भी है.” उन्होंने आगे कहा, “यूक्रेन में लोगों पर ढाए जा रहे इस आतंक को रोकना होगा, यूक्रेन के लिए ऑस्ट्रिया का समर्थन कम नहीं होगा.”
पीएम मोदी की यात्रा से उत्सुकता
पीएम मोदी की ऑस्ट्रिया यात्रा से वहां के लोगों में उत्सुकता है. पीएम मोदी पहले ही कह चुके हैं कि वह दोनों देशों के बीच सहयोग के नए रास्ते तलाश करेंगे. लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन के साझा मूल्य पर दोनों देश अपने रिश्तों को और मजबूत करेंगे.

I very much look forward to welcoming @narendramodi, the Prime Minister of India, the world’s largest democracy, next week in Vienna. This visit is a special honour as it marks the first visit by an Indian Prime Minister in over forty years, and a significant milestone as we
— Karl Nehammer (@karlnehammer) July 6, 2024

40 साल बाद हो रही पीएम मोदी की यात्रा पर ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर ने एक्स पर लिखा, “मैं अगले हफ्ते वियना में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करने के लिए बहुत उत्सुक हूं.”

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