‘रेमल’ चक्रवात हो सकता विकराल, उड़ानें रद्द, अलर्ट मोड में बंगाल और ओडिशा
पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है. आज और कल यहां रेमल चक्रवात को लेकर मछुआरों को समुद्र से दूर रहने को कहा गया है. मौसम विभाग का कहना है कि अगले 6 घंटे में चक्रवात और गंभीर हो जाएगा. बंगाल की खाड़ी में तटरक्षक अलर्ट पर हैं. समुद्र के साथ ही आसमान से भी नजर रखी जा रही है. तटरक्षक लगातार बंगाल की खाड़ी में मछुआरों और नावों को सावधान कर रहे हैं कि वो आज और कल वो समुद्र में ना उतरें.
समुद्र किनारे रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है. पश्चिम बंगाल के दक्षिण और उत्तर 24 परगना जैसे तटीय जिलों में आज और कल रेड अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग का कहना है कि 110 से 120 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. नॉर्थ और साउथ परगना में 130 किमी तक ये हो सकती है. ईस्ट मिदनापुर, हावड़ा, हुगली, कोलकाता में 70-80 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
27-28 मई को भारी बारिश की आशंका
मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा दबाव चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ में तब्दील हो गया. आज आधी रात पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच तूफान के समुद्र तट से टकराने की आशंका है, जिससे आज और कल पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा होने की चेतावनी दी है. पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी 27-28 मई को भारी बारिश की आशंका जताई गई है.
394 उड़ानें रद्द कर दी गईं
रेमल तूफान की वजह से रेल और सड़क यातायात पर भी असर पड़ने की आशंका है. उड़ानें भी इसे बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. इसकी वजह से आज दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है. अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों मिलाकर 394 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. उत्तरी ओडिशा में बालासोर, भद्रक और केंद्रपाड़ा जैसे तटीय जिलों में आज और कल भारी बारिश होने की आशंका है. प्रभावित इलाकों में लोगों को घर के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है. एनडीआरएफ अलर्ट पर है. सेना और नेवी को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है.