रोजाना सिर्फ 30 मिनट की करें सैर, शरीर में नजर आएंगे ये 5 बदलाव

बिगड़े हुए लाइफस्टाइल और खराब खानपान का बुरा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. लोग कम उम्र में ही कई गंभीर बीमारियों का शिकार बन रहे हैं जिसमें दिल से जुड़ी समस्याओं का होना सबसे कॉमन है. पेट में दर्द, फैटी लिवर, यूरिक एसिड का बढ़ना और हाई कोलेस्ट्रॉल से ग्रसित होना आजकल आम है. कोविड के बाद से न सिर्फ बड़े बल्कि बच्चे भी इनएक्टिव होने के आदी हो गए हैं. शरीर को एक्टिव न रखना बहुत भारी पड़ सकता है. इसलिए कहा जाता है कि अगर आप भारी वर्कआउट, रनिंग या एक्सरसाइज नहीं कर पाते हैं तो कुछ मिनट की सैर जरूर करें. रिसर्च में भी सामने आया है कि हमें कम से कम 30 मिनट की सैर करनी चाहिए.
वॉक करने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती है और इसे अमूमन हर कोई कर सकता है. वॉकिंग करने से हमारी फिजिकल हेल्थ तो इंप्रूव होती है बल्कि ये मेंटल हेल्थ को भी बूस्ट करती है. क्या आप जानते हैं कि रोजाना सिर्फ 30 मिनट चलने से शरीर को कौन-कौन से फायदे मिलते हैं. चलिए आपको बताते हैं.
रोजाना 30 मिनट चलने के फायदे
हेल्दी वेट मैनेजमेंट
जिम में हैवी वर्कआउट या एक्सरसाइज नहीं कर पाते हैं तो वेट मैनेजमेंट के लिए रोजाना कुछ मिनट की सैर करें. इससे हमारी बॉडी पर मौजूद एक्स्ट्रा फैट कम हो पाता है. दरअसल, ये तरीका हमारे मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करके पाचन तंत्र में सुधार लाता है.
बूस्ट हार्ट हेल्थ
कई रिसर्च में सामने आया है कि रोजाना 30 मिनट वॉक भी हमें कई बीमारियां जैसे स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर, टाइप 2 डायबिटीज और दिल की बीमारियों से बचा सकती है. सैर करने से कार्डिवॉसकुलर फिटनेस इंप्रूव हो पाती है.
हड्डियां होती हैं मजबूत
जब हम रोज कम से कम 30 मिनट की सैर करते हैं तो इसका फायदा हमारी हड्डियों को भी मिलता है. साथ ही मांसपेशियां भी मजबूत बन पाती है. मसल्स में खिंचाव या हड्डियों में दर्द जैसे अर्थराइटिस से परमानेंट निजात पाना आसान नहीं है पर आप सैर जैसे तरीकों को आजमाकर इसे काफी हद तक कम कर सकते हैं. जिन लोगों को जोड़ों में दर्द रहता है उन्हें एक्सपर्ट की सलाह पर वॉकिंग शुरू करनी चाहिए.
एनर्जी लेवल बूस्ट होता है
वॉकिंग के जरिए एनर्जी लेवल भी बूस्ट रहता है. रोजमर्रा की लाइफ में ब्रेकफास्ट करके काम पर जाना और फिर लौटकर रूटीन का काम करके सो जाने के कई नुकसान है. शरीर के इनएक्टिव रहने से एनर्जी भी जल्दी डाउन हो जाती है. इसके विपरीत वॉक करने से हम देर तक एनर्जेटिक रह पाते हैं.
इम्यूनिटी का बूस्ट होना
आसानी से वायरल या बुखार की चपेट में आ जाना दर्शाता है कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है. कमजोर इम्यूनिटी से इंसान लगातार परेशान रहे तो ये कैंसर के होने का कारण भी बन सकती है. इसे बूस्ट या मजबूत बनाने के लिए हमें खानपान के साथ फिजिकल फिटनेस पर भी ध्यान देना चाहिए. एक्सपर्ट बताते हैं कि रोजाना कुछ मिनट की वॉक भी हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बना सकती है.

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