रोज 6 घंटे एक्शन की ट्रेनिंग… ऐसे असुर के विलेन ने Kill फिल्म के लिए खुद को किया तैयार

‘किल’ ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की और इसे दर्शकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला. खून-खराबे से भरपूर इस फिल्म में लक्ष्य के दोस्त बने विरेश ने बताया कि फिल्म में सबसे ज्यादा चैलेंजिंग क्या था. इसके साथ ही उन्होंने फिल्म की तैयारी और उनके किरदार को लेकर भी बात की. जब उनसे पूछा गया कि क्या वो फिल्म में अपने काम से संतुष्ट हैं तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा- “मुझे लगता है कि हर फिल्म में एक एक्टर के लिए अलग-अलग गुंजाइश होती है. मैंने पहले कभी एक्शन करने की कोशिश नहीं की थी और कभी कमांडो का किरदार नहीं निभाया था. इसलिएमुझे बहुत कुछ सीखने को मिला.”
इसके साथ ही फिल्म में सबसे ज्यादा चैलेंजिंग क्या था? इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि सबसे चैलेंजिंग पार्ट सिर्फ फिजिकली वहां मौजूद होना था क्योंकि जितने एक्शन की ज़रूरत थी, उसे करने के लिए आपको पूरी तरह से फिट होना चाहिए. इसलिए, हम दिन में कम से कम छह घंटे एक्शन के लिए ट्रेनिंग ले रहे थे, इसके अलावा मैं वर्कआउट भी कर रहा था. जब हम सेट पर गए, तो हमने कई बार रिहर्सल की. सबसे पहली बात है कि बॉडी लैंग्वेज और कोरियोग्राफी को सही करना ताकि आपकी बॉडी जानती हो कि कैसे मुक्का मारना है और फिर फीलिंग्स को लाना है और ये नहीं सोचना है कि आपकी कोरियोग्राफी कैसी है. ये सबसे चैलेंजिंग काम रहा है और यही वजह है कि ये मजेदार था.”
अभिषेक ने और क्या बताया?
अभिषेक ने असुर में निगेटिव रोल प्ले किया था और इसमें वो एक NSG कमांडो बने थे. उन्होंने ये भी कहा, “लक्ष्य और मैं साथ में जो वर्कशॉप कर रहे थे, वो ज़्यादातर इस एजेंडे पर बेस्ड था कि हमें एक-दूसरे के लिए बेहतर रिश्ते बनाने और एक-दूसरे को समझना है कि ‘अमृत और वीरेश’ कैसे हैं, हम NSG ऑफिस में माणिक सर के पास गए, ताकि देख सकें कि वो कैसे हैं. उनकी ट्रेनिंग, उनकी बॉडी और वो कैसे दिखते हैं. हमारे साथ कोई ऐसे शख्स भी थे, जो पूर्व NSG और पूर्व-सेना अधिकारी थे, जो हमारे साथ बैठकर हमें अपने एक्सपीरियंस के बारे में बताते थे. इसलिए, हम स्क्रीन पर दोस्त की तरह दिखने के लिए अपने आपसी रिश्ते को बढ़ाने के लिए वर्कशॉप कर रहे थे.”

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