लगातार 4 भारतीय बल्लेबाजों ने शतक जड़कर रचा इतिहास, ये खिलाड़ी तो डबल सेंचुरी के बाद भी नहीं हुआ आउट
सिर्फ भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि घरेलू क्रिकेटर्स भी अब बेहद व्यस्त हो गए हैं क्योंकि शुरू हो चुका है रणजी ट्रॉफी सीजन. हर सीजन की तरह इस बार भी रणजी ट्रॉफी में कई रिकॉर्ड बनने और इतिहास रचे जाने की उम्मीद है और सीजन के दूसरे दिन ही चार बल्लेबाजों ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया. धर्मशाला में एलीट ग्रुप-बी के मुकाबले में मेजबान हिमाचल प्रदेश ने अपने पड़ोसी उत्तराखंड के खिलाफ रनों की ऐसी बारिश की, जिसने इतिहास ही रच दिया. हिमाचल प्रदेश की ओर से शुरुआती चारों बल्लेबाजों ने शतक लगा दिए, जो रणजी ट्रॉफी के 80 साल से भी ज्यादा लंबे इतिहास में सिर्फ दूसरी बार हुआ. इसके दम पर हिमाचल ने अपनी पहली पारी सिर्फ 3 विकेट खोकर 663 रन के बड़े स्कोर के साथ घोषित की.
लगातार 4 बल्लेबाजों ने जड़े शतक, रचा इतिहास
धर्मशाला में शुक्रवार 11 अक्टूबर से शुरू हुए इस मुकाबले में मेजबान हिमाचल प्रदेश ने करीब 2 दिन तक बल्लेबाजी की. इस दौरान उत्तराखंड के गेंदबाजों को एक-एक विकेट के लिए तरसना पड़ गया. हिमाचल प्रदेश की ओर से पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे नंबर के बल्लेबाजों ने शानदार शतक जमा. दिए. इसकी शुरुआत शुभम अरोड़ा और प्रशांत चोपड़ा की ओपनिंग जोड़ी ने की. दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 206 रन की शानदार साझेदारी कर डाली. अपना सिर्फ तीसरा ही फर्स्ट क्लास मैच खेल रहे शुभम ने करियर का पहला शतक भी जमा दिया. वो 118 रन बनाकर आउट हुए.
वहीं अनुभवी बल्लेबाज प्रशांत चोपड़ा ने करियर का 14वां शतक जड़ा. उन्होंने इस दौरान अंकित कालसी के साथ दूसरे विकेट के लिए 211 रन की साझेदारी की. प्रशांत हालांकि दोहरे शतक के करीब आकर चूक गए. उन्हें 171 के स्कोर पर मयंक मिश्रा ने बोल्ड किया. प्रशांत ने अपनी पारी में 19 चौके जमाए. प्रशांत के आउट होने से पहले ही अंकित ने भी अपना शतक पूरा कर लिया था. इसके बाद भी हिमाचल के बल्लेबाज नहीं रुके और अंकित ने चौथे नंबर पर आए एकांत सेन के साथ पारी को आगे बढ़ाया. दोनो के बीच तीसरे विकेट के लिए करीब 170 रन की साझेदारी हुई. यहां पर एकांत अपने करियर का पहला शतक जमाकर आउट हो गए.
इस बल्लेबाज ने दोहरा शतक जमा दिया
एकांत के शतक के साथ ही हिमाचल प्रदेश ने रणजी ट्रॉफी में इतिहास रच दिया. टूर्नामेंट के इतिहास में सिर्फ दूसरी बार ऐसा हुआ है, जब किसी टीम के शुरुआती 4 बल्लेबाजों ने एक ही पारी में शतक जमाए हैं. इससे पहले 2019 में गोवा की ओर से सुमिरन अमोनकर (160), वैभव गोवेकर (160), स्मित पटेल (137 नाबाद) और अमित वर्मा (122 नाबाद) ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ पहली बार ये रिकॉर्ड बनाया था. जहां तक हिमाचल प्रदेश की बात है तो उसके लिए शुभम ने 118, प्रशांत ने 171 और एकांत ने 101 रन बनाए, जबकि अंकित को तो सिर्फ शतक बनाकर भी चैन नहीं मिला और उन्होंने करियर में पहली बार दोहरा शतक भी ठोक दिया. वो 205 रन बनाकर नाबाद रहे. वहीं उत्तराखंड ने दिन का खेल खत्म होने तक सिर्फ 50 रन बनाए थे और एक विकेट भी गंवा दिया था.