लोकसभा चुनाव के बाद भी बंगाल में रहेंगे 400 कंपनी सेंट्रल फोर्स, जानें वजह
पश्चिम में लोकसभा चुनाव के दौरान सर्वाधिक संख्या में केंद्रीय बल की तैनाती की गई है. शनिवार, 1 जून को सातवें और अंतिम चरण का मतदान है. 4 जून को मतों की गणना होगी, लेकिन चार जून के बाद भी राज्य में सेंट्रल फोर्स के जवान तैनात रहेंगे. चुनाव बाद हिंसा से बचने के लिए राज्य में 400 कंपनी बल तैनात किए जाएंगे. विपक्ष की मांग के मद्देनजर चुनाव आयोग इतनी बड़ी संख्या में बलों की तैनाती कर रहा है. राज्य में छह जून तक फोर्स रहेगी यानी नतीजे घोषित होने के दो दिन बाद तक फोर्स रहेगी.
2021 के विधानसभा चुनावों की यादें अभी भी ताजा हैं. उस वक्त वोटिंग बंगाल में एक के बाद एक हिंसा के आरोप लग रहे थे. विपक्ष का आरोप है कि मतदान खत्म होने पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले हुए थे. कलकत्ता हाई कोर्ट में केस भी दायर किया गया था. हाईकोर्ट ने चुनाव बाद हिंसा की जांच सीबीआई से कराने का आदेश दिया था.
इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव और नगरपालिका चुनाव में भी जमकर हिंसा हुई थी. हालांकि इस लोकसभा चुनाव में अपेक्षाकृत हिंसा कम हुई है. अभी तक चुनावी हिंसा में केवल दो लोगों की जान गई है.
चुनाव के बाद भी 400 कंपनी केंद्रीय बल रहेंगे
चुनाव के दौरान हिंसा को ध्यान में रखते हुए इस बार राज्य में सर्वाधिक संख्या में केंद्रीय बल की तैनाती की गई थी. अब चुनाव के बाद भी केंद्रीय बल राज्य में रहेंगे. 400 कंपनी बल में सीआरपीएफ की115 कंपनियां, बीएसएफ की118 कंपनियां, सीआईएसएफ की 71 कंपनियां, आईटीबीपी की 36 कंपनियां, एसएसबी की 60 कंपनियां तैनात रहेगी.
सातवें चरण के मतदान में 967 कंपनी सेंट्रल फोर्स
लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए बंगाल में केंद्रीय बलों की कुल 967 कंपनियां और 33,000 राज्य पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे. बंगाल की नौ सीटों – दम दम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता उत्तर और कोलकाता दक्षिण में 1 जून को मतदान है.
कोलकाता पुलिस क्षेत्राधिकार में केंद्रीय बलों की 246 कंपनियां और 11,000 पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे. वहीं, इस साल की शुरुआत में संदेशखाली हिंसा के बाद सुर्खियों में आए बशीरहाट निर्वाचन क्षेत्र में केंद्रीय बलों की 116 कंपनियां तैनात की जाएंगी.
कोलकाता उत्तर में 66 मतदान केंद्र संवेदनशील
कोलकाता उत्तर निर्वाचन क्षेत्र में, 66 मतदान केंद्रों को संवेदनशील करार दिया गया है. कोलकाता दक्षिण में इनकी संख्या 117 है और जादवपुर में 323 है. कोलकाता उत्तर निर्वाचन क्षेत्र में 1,869 मतदान केंद्र हैं, और कोलकाता दक्षिण में 2,078 मतदान केंद्र हैं.