विदेशों में बढ़ी भारत के सामान की डिमांड, एक्सपोर्ट में जबरदस्त इजाफा
बीते कुछ दिनों से महंगाई के आंकड़ों ने सरकार की नींद को उड़ा दिया है. रिटेल महंगाई जहां 5 फीसदी से ऊपर पहुंच गई है. वहीं दूसरी ओर थोक महंगाई 16 महीनों के हाई पर है. अब सरकार को राहत देने वाली खबर सामने आई है. भारत ने जून में निर्यात के मोर्चे पर बाजी मारते हुए पिछले साल के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है.
निर्यात बढ़ने का मतलब है कि देश के सामान की डिमांड विदेशी बाजारों में बढ़ रही है. वैसे इंपोर्ट में भी इजाफा देखने को मिला है और यह आंकड़ां जून के महीने में 5 फीसदी देखने को मिला है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर देश में एक्सपोर्ट और इंपोर्ट के किस तरह के आंकड़ें देखने को मिले हैं.
जून में बढ़ा एक्सपोर्ट और इंपोर्ट
सरकार की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार देश का वस्तुओं का निर्यात जून में 2.56 फीसदी बढ़कर 35.2 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया. एक साल पहले इसी महीने में निर्यात 34.32 अरब डॉलर रहा था. आंकड़ों के अनुसार, जून में आयात लगभग पांच फीसदी बढ़कर 56.18 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान महीने 53.51 अरब डॉलर था. समीक्षाधीन माह में व्यापार घाटा (आयात और निर्यात का अंतर) 20.98 अरब डॉलर रहा.
800 अरब डॉलर पहुंच सकता है एक्सपोर्ट
निर्यात आंकड़ों की जानकारी देते हुए वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि मौजूदा रुख को देखते हुए देश का वस्तुओं और सेवाओं का कुल निर्यात चालू वित्त वर्ष में 800 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर सकता है. उन्होंने कहा कि 2024-25 की पहली तिमाही के दौरान वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात लगभग 200 अरब अमेरिकी डॉलर रहा है.
मई में भारत का वस्तुओं का निर्यात 9.1 फीसदी बढ़कर 38.13 अरब डॉलर रहा था, जबकि व्यापार घाटा बढ़कर सात महीने के उच्चतम स्तर 23.78 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जून के दौरान निर्यात 5.84 प्रतिशत बढ़कर 109.96 अरब डॉलर और आयात 7.6 प्रतिशत बढ़कर 172.23 अरब डॉलर रहा है.