विनेश फोगाट क्यों हार गईं केस? CAS ने सुनाया पूरा फैसला, ये थी मेडल नहीं मिलने की बड़ी वजह
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक से डिस्क्वालिफाई होने के बाद बाद खेल पंचाट (CAS) में अपील की थी, जहां उन्हें नाकामी हासिल हुई थी. विनेश फोगाट की अपील को खारिज कर दिया गया था जिसकी वजह से उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल हासिल नहीं हुआ. अब CAS के फैसले की पूरी कॉपी आई है जिसमें बताया गया है कि आखिर क्यों विनेश फोगाट को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया. कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन (CAS) ने सीधे तौर पर कहा कि सभी एथलीट को अपनी वेट लिमिट से नीचे ही रहना होगा और किसी भी हालात में इससे समझौता नहीं किया जाएगा.
विनेश फोगाट क्यों हारीं केस?
CAS ने बताया कि आखिर क्यों विनेश फोगाट की अर्जी खारिज कर दी गई. CAS के मुताबिक, ‘एथलीट के लिए सबसे बड़ी समस्या ये है कि नियमों में साफतौर पर लिखा हुआ है कि कितनी वेट लिमिट होनी चाहिए और ये नियम हर खिलाड़ी के लिए है. वजन की ऊपरी सीमा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसमें रत्तीभर की भी कोई गुंजाइश नहीं है’ विनेश फोगाट की अपील पर CAS ने कहा, ‘इसमें कोई विवाद ही नहीं है कि विनेश फोगाट का वजन तय सीमा से ज्यादा था. इसके सबूत उन्होंने सुनवाई के दौरान दिए. उनका केस ये था कि उनका वजन सिर्फ 100 ग्राम ज्यादा था और इतने कम अंतर के वजन में खिलाड़ी को छूट मिलनी चाहिए.’ अंत में CAS ने कहा कि अपने वजन को बरकरार रखना विनेश फोगाट की जिम्मेदारी थी.
अपनी अपील में विनेश ने मांग की थी कि उन्हें क्यूबा की पहलवान युसनेलिस गुजमैन लोपेज के साथ संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए, जो सेमीफाइनल में उनसे हार गयी थीं. भारत की 29 साल की खिलाड़ी के अयोग्य होने के बाद क्यूबा की पहलवान को फाइनल में खेलने का मौका मिला था. 50 किलो वर्ग का गोल्ड मेडल अमेरिकी सारा एन हिल्डेब्रांट ने जीता था.
कैसे बढ़ गया था विनेश का वजन?
विनेश फोगाट ने 6 अगस्त को सेमीफाइनल मैच में शानदार जीत दर्ज कर अपना मेडल पक्का कर लिया था लेकिन इसके बाद फाइनल से पहले उनके साथ बड़ा खेल हुआ. विनेश का वजन लगभग 3 किलो बढ़ गया था जिसे कम करने के लिए उन्होंने रात भर मेहनत की. विनेश ने ट्रेनिंग के अलावा जिम सेशन, सौना सेशन किए. यहां तक कि वजन कम करने के लिए उन्होंने अपना खून निकाला और अपने बाल तक काट दिए लेकिन अंत में उनका वजन तय सीमा से 100 ग्राम ज्यादा रह गया था.