विभाजनकारी आदेश, संविधान पर हमला… यूपी में कांवड़ यात्रा को लेकर सरकार के फैसले पर बोलीं प्रियंका गांधी

यूपी में कांवड़ यात्रा रूट पर दुकानों के सामने नेम प्लेट लगाने का मामला तूल पकड़ लिया है. अब इस मुद्दे पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने हमला बोला है. उन्होंने यूपी सरकार के आदेश को विभाजनकारी बताते हुए संविधान और लोकतंत्र पर हमला बताया है. आदेश को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
प्रियंका गांधी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि हमारा संविधान देश के हर नागरिक को गारंटी देता है कि उसके साथ जाति, धर्म, भाषा या किसी अन्य आधार पर भेदभाव नहीं होगा. यूपी में ठेलों, खोमचों और दुकानों पर उनके मालिकों के नाम का बोर्ड लगाने का विभाजनकारी आदेश हमारे संविधान, हमारे लोकतंत्र और हमारी साझी विरासत पर हमला है. समाज में जाति और धर्म के आधार पर विभाजन पैदा करना संविधान के खिलाफ अपराध है. यह आदेश तुरंत वापस लिया जाना चाहिए और जिन अधिकारियों ने इसे जारी किया है, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

हमारा संविधान हर नागरिक को गारंटी देता है कि उसके साथ जाति, धर्म, भाषा या किसी अन्य आधार पर भेदभाव नहीं होगा।
उत्तर प्रदेश में ठेलों, खोमचों और दुकानों पर उनके मालिकों के नाम का बोर्ड लगाने का विभाजनकारी आदेश हमारे संविधान, हमारे लोकतंत्र और हमारी साझी विरासत पर हमला है।
समाज
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2024

असदुद्दीन ओवैसी ने भी सरकार को घेरा
यूपी में कांवड़ रूट को लेकर जारी आदेश पर सियासी घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस के अलावा और कई विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया है. एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी सरकार के फैसले को लोकतंत्र पर हमला बताया है. उन्होंने कहा कि सरकार के फैसले से होटल और ढाबों पर काम करने वाले कई कर्मचारियों का रोजगार चला गया है. देश में संविधान का उल्लंघन 15 दिन तो क्या एक मिनट के लिए भी नहीं किया जा सकता है. सरकार ने जो आदेश जारी किया है वो पूरी तरह से गलत है. सालभर में अलग-अलग धर्मों के भी त्योहार पड़ते हैं तो ऐसे में क्या रमजान के महीने में सरकार शराब दुकानों को बंद करेगी क्या?
वहीं, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने यूपी सरकार के फैसलों की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि अनुचित, पूर्वाग्रह पर आधारित और भेदभावपूर्ण फैसले को तत्काल वापस लिया जाना चाहिए. उन्होंने दावा भी किया कि सरकार के इस फैसले से उन शक्तियों को ताकत मिलेगी जो मुसलमानों का आर्थिक बहिष्कार चाहते हैं.
क्या है पूरा मामला?
कुछ दिन पहले यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में 240 किलोमीटर लंबे कांवड़ यात्रा मार्ग पर सभी सभी होटलों, ढाबों और ठेलों सहित भोजनालयों को दुकानों पर काम करने वालों के नाम प्रदर्शन करने का आदेश जारी किया गया था. इसके बाद शुक्रवार को यूपी सरकार ने पूरे राज्य के लिए ऐसा ही आदेश जारी कर दिया. सरकार के इस फैसले के बाद अब पूरे यूपी में कांवड़ यात्रा पर दुकानदारों को नेम प्लेट लगाना जरूरी हो गया है.

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