विराट कोहली ने जिसे कप्तान रहते किया था टीम इंडिया से बाहर, उसने अपनी लीडरशिप का मनवाया लोहा, दुनिया को ऐसे किया दंग
कहते हैं ऊपर वाले के घर में देर है अंधेर नहीं. ये बात फिलहाल उस खिलाड़ी पर लागू होती दिख रही है, जिसे विराट कोहली ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. हम बात कर रहे हैं करुण नायर, जो 8 साल पहले टीम इंडिया में आए थे, टेस्ट डेब्यू पर तिहरा शतक लगाकर छाए भी थे, लेकिन फिर अगले कुछ मैचों की नाकामी ने तत्कालीन कप्तान विराट कोहली से उनका मोहभंग करा दिया और उन्हें टीम से बाहर का रास्ता देखना पड़ा. उसके बाद से करुण नायर फिर टीम इंडिया में तो नहीं आ सके, लेकिन अब अपनी लीडरशिप का लोहा दुनिया जरूर मान रही है. करुण नायर ने अपनी कप्तानी में मैसुरू वॉरियर्स को महाराजा T20 ट्रॉफी का चैंपियन बनाकर किया है.
पिछले साल खिताब से थे चूके, इस बार कप्तान ने हार नहीं मानी
मैसुरू वॉरियर्स पिछले साल महाराजा T20 ट्रॉफी का खिताब जीतने से चूक गई थी. उसे फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन, इस बार कप्तान करुण नायर ने अपनी टीम को जिताने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने अपनी टीम को हर मामले में फ्रंट से लीड किया, फिर चाहे वो कप्तानी हो या बल्लेबाजी. इन सबके बीच करुण नायर ने पिछले साल की गलतियों को भी किनारे रखा और टीम को चैंपियन बनाकर ही मानें.
करुण नायर ने बल्ले से किया धमाका, टूटे पिछले रिकॉर्ड
अब जब कप्तान ऐसा होगा तो टीम तो धमाका करेगी ही. मैसुरू वॉरियर्स ने वही किया है. उसने महाराजा T20 ट्रॉफी 2024 के फाइनल में बेंगलुरु ब्लास्टर्स को हराते हुए चैंपियन का चोला पहना है, जिसमें कप्तान करुण नायर की भूमिका अहम रही है. उन्होंने बल्ले से वो काम किया, जिससे टीम को खिताबी जीत तो मिली ही साथ ही पिछले सारे रिकॉर्ड भी ध्वस्त हो गए.
फाइनल में करुण नायर की टीम ने खड़ा किया पहाड़ जैसा स्कोर
महाराजा T20 ट्रॉफी के फाइनल में मैसुरू वॉरियर्स ने पहले बैटिंग की और 20 ओवर में 4 विकेट पर 207 रन बनाए. फाइनल के प्रेशर के हिसाब से ये एक बड़ा स्कोर था, जिसमें ओपनर एसयू कार्तिक, कप्तान करुण नायर और मिडिल ऑर्डर बैट्समैन मनोज भंदागे का योगदान शानदार रहा. इन तीनों में कार्तिक और करुण नायर ने अर्धशतक जड़ा. कार्तिक ने 44 गेंदों पर 71 रन बनाए, जिसमें 3 छक्के और 7 चौके शामिल रहे. वहीं करुण नायर ने 45 गेंदों पर 3 छक्के और 5 चौके की मदद से 66 रन बनाए. इनके अलावा मनोज ने 5 छक्कों के दम पर केवल 13 गेंदों में 44 रन की विस्फोटक पारी खेली.
हार गई बेंगलुरु ब्लास्टर्स, 45 रन से जीते मैसुरू वॉरियर्स
फाइनल जैसे हाई प्रेशर मैच में 208 रन के पहाड़ जैसे लक्ष्य के आगे हुआ वही जो होना था. बेंगलुरु ब्लास्टर्स की टीम बिखर गई और 45 रन के बड़े अंतर से मैच हार गई. बेंगलुरु ब्लास्टर्स ने 20 ओवर में 8 विकेट पर सिर्फ 162 रन बनाए.
कप्तानी ही नहीं, बल्ले से कैसे टीम को किया लीड? वो जानिए
मैसुरू वॉरियर्स की जीत में कप्तान करुण नायर के बल्ले से निकले 66 रनों ने तो सिर्फ फाइनल की जीत में योगदान दिया. लेकिन, अपनी टीम के काम आने वाली ऐसी पारियां वो पूरे महाराजा T20 ट्रॉफी 2024 में खेलते रहे हैं. उसी का नतीजा है कि उन्होंने इस T20 लीग में रनों से जुड़े पिछले रिकॉर्डों को तोड़ते हुए इतिहास रचा है.
करुण नायर ने अपनी कप्तानी में मैसुरू वॉरियर्स को बल्लेबाजी से लीड करते हुए 12 मैचों में 56 की औसत और 181.22 की स्ट्राइक रेट के साथ 560 रन बनाए हैं, जिसमें 30 छक्के और 58 चौके शामिल हैं. इस दौरान उन्होंने 5 अर्धशतक और 1 शतक जड़ा है. महाराजा T20 ट्रॉफी के इतिहास में 560 रन किसी बल्लेबाज के बल्ले से निकले सबसे ज्यादा रन हैं. इससे पहले ये रिकॉर्ड 532 रनों का था, जिसे पिछले सीजन में करुण नायर ने ही बनाया था. लेकिन, तब वो अपनी टीम को फाइनल नहीं जीता सके थे. इस बार उन्होंने रनों का रिकॉर्ड भी तोड़ा और अपनी टीम ना खिताबी जीत से भी नाता जोड़ा.