वेनेजुएला में मादुरो की सत्ता का होगा तख्तापलट? विपक्षी नेता मचाडो ने सेना से की जनता का साथ देने की अपील, विपक्ष के खिलाफ जांच शुरू

वेनेजुएला में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आए करीब 10 दिन हो चुके हैं, लेकिन सत्ता और विपक्ष के बीच गतिरोध अब भी जारी है. विपक्ष राष्ट्रपति मादुरो के खिलाफ रैली कर अपनी जीत का दावा कर रहा है, वहीं अब उसे ये दावा भारी पड़ने वाला है.
दरअसल सोमवार को विपक्षी नेता गोंजालेज और मारिया कोरिना मचाडो ने वेनेजुएला के चुनावों में अपनी जीत का दावा किया. विपक्ष का सबसे मजबूत चेहरा मानी जा रही मचाडो ने तो सेना से मादुरो के खिलाफ जनता का साथ देने की अपील भी की.
अमेरिका ने गोंजालेज को माना विजेता
दरअसल अमेरिका, अर्जेंटीना समेत कई देशों ने विपक्षी नेता गोंजालेज उरुतिया को वेनेजुएला राष्ट्रपति चुनाव के विजेता के तौर पर मान्यता दी है, जबकि कई अन्य देशों ने वोटिंग डिटेल्स को सार्वजनिक करने की मांग की है. वहीं रूस और चीन पहले ही राष्ट्रपति मादुरो को चुनाव जीतने की बधाई दे चुके हैं. यानी वो इस चुनाव में मादुरो को ही विजेता मानते हैं.
विपक्ष ने किया दोगुने वोट से जीत का दावा
वहीं कुछ दिन पहले वॉशिंगटन पोस्ट ने जानकारी दी है कि उसने विपक्ष द्वारा एकत्र की गई 23 हजार से अधिक टैली शीट की समीक्षा की है, जो वेनेजुएला में वोटिंग मशीनों का 80 फीसदी है. वॉशिंगटन पोस्ट ने कहा है कि इन टैली शीट की समीक्षा करने पर पता चलता है कि गोंजालेज को निकोलस मादुरो से दोगुने से अधिक वोट मिले हैं. वहीं इस वॉशिंगटन पोस्ट की इस रिपोर्ट के बाद विपक्षी नेताओं ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि वेनेजुएला के राष्ट्रपति चुनाव में मादुरो को 30 फीसदी और गोंजालेज को 67 फीसदी वोट मिले हैं. इस बयान में गोंजालेज और मचाडो दोनों के हस्ताक्षर थे.

Venezolanos, ciudadanos militares y funcionarios policiales,
Nuestro mensaje en esta hora decisiva para el futuro de la República. pic.twitter.com/Pr9AAhsBnC
— María Corina Machado (@MariaCorinaYA) August 5, 2024

इस बयान में विपक्ष की ओर से दावा किया गया है कि उसने देश के सभी राज्यों और नगर पालिकाओं में जीत दर्ज की है. वेनेजुएला की जनता इस जीत की गवाह है. विपक्ष ने आरोप लगाया है कि मादुरो इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं कि उन्हें देश की जनता ने हरा दिया है.
विपक्ष के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू
वहीं इस बयान के बाद विपक्षी नेताओं की मुश्किलें बढ़ गईं हैं. मादुरो सरकार ने उनके खिलाफ जांच बैठा दी है. विपक्ष के बयान पर अटॉर्नी जनरल तारेक विलियम साब ने आपत्ति जताते हुए विपक्ष पर राष्ट्रीय चुनाव परिषद (CNE) से अलग गलत नतीजे घोषणा करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने विपक्षी नेताओं पर सेना और पुलिस को कानून का उल्लंघन करने के लिए उकसाने का भी आरोप लगाया. अटॉर्नी जनरल तारेक साब ने कहा कि उन्होंने दोनों विपक्षी नेताओं के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू करने का फैसला किया है.
राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को लेकर विवाद
दरअसल 28 जुलाई को वेनेजुएला में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे घोषित हुए, विपक्षी दल अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त था लेकिन नतीजों ने पूरे देश को चौंका दिया. वेनेजुएला के चुनाव आयोग CNE के जारी किए गए आंकड़ों में 52 फीसदी वोट के साथ मादुरो की जीत का दावा किया है. वहीं विपक्षी दलों को 43 फीसदी वोट मिलने की पुष्टी की गई है. लेकिन वेनेजुएला में विपक्ष एकजुट हैं और वो इन नतीजों को मानने से इनकार कर चुका है. इसके अलावा मादुरो के खिलाफ जनता भी सड़क पर प्रदर्शन कर रही है, पिछले हफ्ते हुए विरोध प्रदर्शनों में 11 नागरिकों की मौत का दावा किया गया है.
सेना से अंतरात्मा की आवाज़ सुनने की अपील
वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो भले ही चुनाव न लड़ रहीं हों लेकिन विपक्ष को एकजुट करने में उनका बड़ा योगदान है. मचाडो ने ही मादुरो के खिलाफ चुनाव से पहले विपक्षी दलों का गठबंधन तैयार किया और गोंजालेज को विपक्ष का चेहरा बनाया. वो लगातार मादुरो सरकार की आलोचना और अपनी जीत का दावा कर रहीं हैं. यही वजह थी कि उन्होंने गोंजालेज के साथ जारी किए साझा बयान में सेना और पुलिस के अधिकारियों से अंतरात्मा की आवाज़ सुनने और जनता का साथ देने की अपील की.

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