वेल्लोर पर DMK के कथिर आनंद का कब्जा कायम, BJP के शांमुगन को 2 लाख वोट से दी मात, जानें सांसद के बारे में सबकुछ
तमिलनाडु का वेल्लोर लोकसभा क्षेत्र डीएमके का गढ़ रहा है. 2024 के आम चुनाव में भी डीएमके सांसद कथिर आनंद ने इस सीट पर कब्जा बरकरार रखा है. कथिर आनंद इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करा चुके हैं. इस बार के लोकसभा चुनाव में उन्हें 5,68,692 वोट मिले हैं. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के प्रत्याशी एसी शांमुगन को 2 लाख 15 हजार वोटों से हरा दिया है. एसी शांमुगन को कुल 3,52,990 वोट मिले थे. एआईएडीएमके यहां तीसरे नंबर की पार्टी रही. एआईएडीएमके के एस. पशुपति को 117682 वोट मिले. इस बार वेल्लोर इसलिए भी सुर्खियों में रहा क्योंकि यहां फिल्म कलाकार मंसूर अली खान बतौर निर्दलीय चुनाव में उतरे. हालांकि उनको महज 2804 वोट मिले हैं.
कथिर आनंद तमिलनाडु के तेज तर्रार युवा नेता माने जाते हैं. उनका जन्म 19 जनवरी 1975 को हुआ था. उनके दो बच्चे हैं और उनकी पत्नी का नाम संगीता कथिरानंद है. राजनीति उनको विरासत में मिली है. उनके पिता दुराई मुरुगन तमिलनाडु में एक कद्दावर नेता हैं. दुराई मुरुगन डीएमके के महासचिव हैं और उनके पास जल विभाग का दायित्व है. कथिर आनंद 17वीं लोकसभा के सदस्य भी रह चुके हैं. इस साल वो पहली बार सांसद चुने गए.
विवादित बयानों को लेकर रहे हैं सुर्खियों में
कथिर आनंद अपने विवादित बयानों को लेकर भी सुर्खियों में रहे हैं. उन्होंने एक चुनावी समारोह में महिलाओं को लेकर एक ऐसा बयान दिया था, जिसके बाद विवाद पैदा हो गया था. उन पर सियासी हमले होने लगे थे. उन्होंने महिलाओं को सरकार की ओर से मिलने वाली 1000 की राशि पर कटाक्ष किया था. बीजेपी ने उनके इस बयान की कड़ी निंदा की थी. चुनाव में ये बयान मुद्दा भी बना था.
वित्तीय गड़बड़ियों के भी लगे आरोप
कथिर आनंद पर कर चोरी करने का भी आरोप लग चुका है. उनके खिलाफ शिकायत में कहा गया था कि उन्होंने साल 2013-14 के दौरान अपना रिटर्न दाखिल नहीं किया था. ये मामला कोर्ट में भी चला गया जिसके बाद उन्हें कोर्ट से फटकार भी लगी थी. नवंबर 2023 में प्रवर्तन निदेशालय में उन्हें 2019 के एक मामले में नोटिस भेजा था. 2019 के चुनाव से पहले आयकर विभाग ने उनके ठिकाने पर छामा मार कर 11.48 करोड़ जब्त किया था.