वेस्ट बैंक में इजराइली सेना को मिली बड़ी कामयाबी, इस्लामिक जिहाद का टॉप कमांडर ढेर
इस्लामिक जिहाद ने मोहम्मद जाबर, जिसे अबू शुजा के नाम से भी जाना जाता था, उसकी मौत की पुष्टि की. जानकारी के मुताबिक तुल्कारेम शहर के बाहरी इलाके नूर शम्स शरणार्थी कैंप में इस्लामिक जिहाद का कमांडर था. इससे पहले, भी उसके मारे जाने की पुष्टि की गई थी, लेकिन बाद में अन्य उग्रवादियों के अंतिम संस्कार में वो अचानक सामने आ गया था. जिसके बाद उसके समर्थकों ने उन्हें अपने कंधों पर उठा लिया था.
सैन्य प्रवक्ता के मुताबिक, गुरुवार सुबह जब जाबर और चार अन्य उग्रवादी मस्जिद में छिपे हुए थे, तब इजराइली सेना के साथ हुई मुठभेड़ में उन्हें मार गिराया गया. उन्होंने कहा कि अबू शुजा जून में हुए एक घातक हमले समेत कई हमलों के लिए जिम्मेदार था. वो और हमले की साजिश भी रच रहे था.
एक और आतंकी गिरफ्तार
सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि तुल्कारेम में हुई इस कार्रवाई में एक और आतंकी को गिरफ्तार किया गया और इजराइल की सीमा सुरक्षा बल (बॉर्डर पुलिस) का एक सदस्य घायल हो गया है. इजराइल ने बुधवार रात को पश्चिमी तट में एक बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की थी. हमास ने विभिन्न इलाकों पर अपने 10 लड़ाकों की मौत की पुष्टि की थी और फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने 11वीं मौत की पुष्टि की थी. हालांकि, उन्होंने ये साफ नहीं किया था कि यह किसी लड़ाके या नागरिक की मौत है.
पश्चिमी तट में हिंसा में तेजी
गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से पश्चिमी तट में हिंसा में तेजी आई है. नूर शम्स समेत कई शरणार्थी शिविर 1948 के युद्ध के बाद से मौजूद हैं, जब करीब 7 लाख फिलिस्तीनी या तो भाग गए या इजराइल के मौजूदा क्षेत्र से बाहर निकाल दिए गए थे. इन शिविरों में से कई में उग्रवादी मजबूती से मौजूद हैं. 1967 के मध्य पूर्व युद्ध में इस्राइल ने पश्चिमी तट, गाजा पट्टी और पूर्वी जेरूसलम पर कब्जा कर लिया था और फिलिस्तीनी भविष्य के राज्य के लिए इन तीनों क्षेत्रों को चाहते हैं.