वॉर खत्म करने की हुंकार भरने वाले ट्रंप ने छेड़ी नई जंग, चीन ने कर डाली भविष्यवाणी

अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव के दौरान रूस-यूक्रेन और मिडिल ईस्ट की जंग खत्म करवाने का वादा किया था. लेकिन चुनाव जीतने के बाद उन्होंने चीन के खिलाफ एक नया ‘युद्ध’ छेड़ने का संकेत दिया है. उन्होंने सोमवार को ऐलान किया था कि सत्ता संभालने के बाद वह चीन से आने वाले उत्पाद पर 10 फीसदी टैरिफ लगाएंगे.
ट्रंप ने चीन के अलावा कनाडा और मेक्सिको के निर्यात पर भी 25 फीसदी टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया है. वहीं वॉशिंगटन में चीन की एंबेसी के प्रवक्ता लियू पेंग्यू ने ट्रंप के इस फैसले को ‘ट्रेड वॉर’ (व्यापारिक युद्ध) बताते हुए कहा है कि इस जंग में किसी की जीत नहीं होगी.
ट्रेड वॉर में कोई नहीं जीतेगा- चीन
दरअसल 20 जनवरी 2025 को डोनाल्ड ट्रंप बतौर राष्ट्रपति कार्यभार संभालने वाले हैं. ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति के तहत ट्रंप किस तरह से अपने आर्थिक एजेंडे को पूरा करेंगे इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने साफ कर दिया है कि चीन पर किसी भी अतिरिक्त टैरिफ के इतर 10 फीसदी टैरिफ और लगाएंगे.
चीनी एंबेसी के प्रवक्ता लियू पेंग्यू ने कहा है कि, ‘चीन का मानना है कि बीजिंग और वॉशिंगटन के बीच आर्थिक और व्यापारिक सहयोग प्राकृतिक तौर पर दोनों देशों के लिए फायदेमंद रही है. लिहाज़ा दोनों में से कोई भी ट्रेड वॉर या टैरिफ वॉर नहीं जीत सकता.’
चीन-अमेरिका के बीच खींचतान
हालांकि बीते कुछ सालों में दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग में काफी खींचतान देखने को मिला है, ज्यादातर उत्पाद जो दोनों देश एक दूसरे को बेचते हैं वह टैरिफ के अंतर्गत आते हैं. इसमें से चीन से अमेरिका के आयात का 66.4 फीसदी और अमेरिका से चीन के आयात का 58.3 फीसदी उत्पाद टैरिफ के अधीन आता है.
टैरिफ वॉर से अमेरिका को नुकसान?
उधर अमेरिका के नेशनल रिटेल फेडरेशन (NRF) की एक स्टडी में चेतावनी दी गई है कि अगर यह नया प्रस्तावित टैरिफ लागू किया गया तो इससे अमेरिकी उपभोक्ताओं की सालाना खरीददारी शक्ति करीब 7800 करोड़ डॉलर तक कम हो सकती है. NRF की रिपोर्ट के अनुसार इस टैरिफ से उपभोक्ता उत्पाद श्रेणी में से कपड़े, खिलौने, फर्नीचर, अपलायंस, फुटवेयर और ट्रैवल के सामानों पर असर पड़ सकता है.

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