वोक्कालिगा वोट बैंक के लिए प्रज्वल रेवन्ना को भगाने में कांग्रेस सरकार ने की मदद: अमित शाह

गृहमंत्री अमित शाह ने TV9 भारतवर्ष से विशेष बातचीत में विपक्ष पर हमला बोला. इस दौरान उन्होंने प्रज्वल रेवन्ना मामले पर भी टिप्पणी की. शाह ने सवाल खड़े करते हुए कहा, “प्रज्वल रेवन्ना की घटना जहां हुई वहां शासन किसका है? कांग्रेस पार्टी का है. लॉ एंड ऑर्डर कांग्रेस के हाथों में है. रेवन्ना को भगा उन्होंने दिया, भागने में मदद उन्होंने की तो सवाल हमसे क्यों?”.
अमित शाह ने आगे कहा कि जब तक वोक्कालिगा बिल की वोटिंग नहीं हुई, कांग्रेस ने इस केस को तवज्जो नहीं दिया. क्योंकि वोक्कालिगा में उनका कोई नुकसान न हो जाए, इसलिए उन्होंने केस को दबा कर रखा.
ये भी पढ़ें – पिछड़े मुसलमानों को मिलता रहेगा आरक्षण, धर्म के आधार पर सभी मुस्लिमों को नहीं: अमित शाह
‘संविधान कैसे बदलेगा इन्हें ये पता ही नहीं’
गृहमंत्री ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद अखिलेश यादव और राहुल गांधी, दोनों ही विदेश चले जाएंगे. जब भी यहां गर्मी पड़ती है ये लोग ऐसा ही करते हैं. वहीं, 400 पार सीटें मिलने पर, संविधान बदलने के आरोप पर अमित शाह ने कहा कि देश की जनता ने 2014 में ही पीएम नरेंद्र मोदी को ये ताकत दी थी, संविधान कैसे बदलेगा इन्हें ये पता ही नहीं है. विपक्ष संविधान के नाम पर आरक्षण की बात कह रहे हैं, जबकि ये काम वो खुद करते रहे हैं, इन्होंने बंगाल और कर्नाटक में यही किया. मैं देश की जनता से वादा करता हूं कि ऐसा कभी नहीं होने दिया जाएगा.
अमित शाह ने मुस्लिम आरक्षण पर भी बात की. उन्होंने कहा, “देश में धर्म के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था नहीं है, इसलिए हमें मुस्लिम आरक्षण खत्म करने की बात कही है. जो मुसलमान पिछड़े हैं उन्हें आरक्षण मिलता रहेगा”.
संविधान बदलने के आरोप पर क्या बोले गृहमंत्री
अमित शाह ने कहा कि संविधान बदलने की प्रक्रिया क्या है ये आरोप लगाने वालों को खुद नहीं पता. उन्होंने कहा कि आरक्षण पर डाका डालने का काम कांग्रेस ने किया था. जब तक संसद में बीजेपी का एक भी सांसद है, हम आरक्षण पर किसी को हाथ नहीं लगाने देंगे. ये पीएम की गारंटी है. हमने सिर्फ मुस्लिम आरक्षण खत्म करने की बात कही है, क्योंकि देश के संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था नहीं है. जो मुस्लिम पिछड़े हैं उन्हें आरक्षण मिलता रहेगा.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *