वो 6 दिन जब रुक गई थी इजराइल और हमास की जंग, जानें तब क्या हुआ था

हमास और इजराइल की बीच पिछले एक साल से जंग जारी है. ये रुकने की बजाए पूरे मध्य पूर्व में फैल रही है. 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से आज तक इजराइल की गाजा में बमबारी जारी है. गाजा के आसमान में इजराइली फाइटर जेट घूम रहे हैं. जमीन पर इजराइल सेना टैंकों के साथ जगह-जगह बमबारी कर रही है.
ये गाजा में हर दिन की कहानी है, लेकिन इस जंग में 6 दिन ऐसे भी आए हैं जब गाजा के आसमान में बमों की आवाज नहीं थी. गाजा के बच्चे खुशी से सड़कों पर खेल रहे थे. इन 6 दिनों में इजराइल और वेस्ट बैंक में भी खुशी मनाई जा रही थी. कई लोगों ने महीनों और सालों बाद खुला आसमान देखा था. ये 6 दिन वो थे जिसमें हमास और इजराइल दोनों संघर्ष विराम के लिए राजी हुए थे.
संघर्ष विराम के 6 दिन
कई हफ्तों तक चली लड़ाई के बाद, कतर की मध्यस्थता में इजराइल और हमास ने नवंबर में पहले संघर्ष विराम का ऐलान किया. इस संघर्ष विराम में तय हुआ कि गाजा में बंधक बनाए गए महिलाओं और बच्चों के बदले इजराइल की जेल में बंद फिलिस्तीनी महिलाओं और किशोरों को रिहा किया जाएगा. इसके अलावा गाजा में मानवीय सहायता भी पहुंचाई जाएगी.
ये वो समय था जब हफ्तों चली भीषण लड़ाई के बाद पहली बार गाजा में बमों की आवाज नहीं सुनाई दे रही थी. गाजा वासी बिना मौत के डर से गाजा के खुले आसमान में सांस ले रहे थे. वहीं दूसरी ओर इस समझौते के तहत हमास ने इजराइल के 105 बंधकों को 240 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले रिहा किया था.
इजराली बंधकों को रिहा करते हमास फाइटर्स
बंधकों और कैदियों की रिहाई के बाद दोनों ही तरफ खुशी का माहौल था और लगने लगा था कि ये पहल एक स्थाई संघर्ष विराम में बदल जाएगी. इन 6 दिनों के बीच हूती और हिजबुल्लाह की ओर से भी कोई रॉकेट नहीं छोड़ा गया था. लेकिन हालात फिर बदल गए जब इजराइल सेना ने एक दिसंबर को फिर से दक्षिणी गाजा के खान यूनिस पर अपना पहला बड़ा जमीनी हमला किया.
जब UN ने की तत्काल युद्धविराम की मांग
6 दिसंबर को इजराइल ने जबालिया रिफ्यूजी कैंप में हमला कर एक ही परिवार के 22 सदस्यों की हत्या कर दी. इस घटना ने पूरी दुनिया का ध्यान इजराइल की कार्रवाई की ओर फिर से खींचा और दो दिन बाद UN में तत्काल युद्ध विराम प्रस्ताव पेश किया गया, जिसकों अमेरिका ने वीटो कर रोक दिया.
तमाम अंतरराष्ट्रीय दबावों और चिंताओं के बाद भी गाजा में जंग जारी है. सितंबर से इजराइल ने गाजा जैसी कार्रवाई लेबनान में भी शुरू कर दी है. वहीं ईरान भी इजराइल को खुलेतौर पर धमकी दे रहा है. अब देखना होगा कि ये तनाव दूसरे साल में प्रवेश करने के बाद क्या रूप लेता है.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *