व्हील एलाइनमेंट क्यों है जरूरी? इसमें हुई दिक्कत तो न गाड़ी सेफ रहेगी, न मिलेगा बढ़िया माइलेज
Wheel Alignment Tips: क्या आपकी गाड़ी का कोई पहिया अलग तरफ तो नहीं भाग रहा है? अगर ऐसा है तो गाड़ी के व्हील एलाइनमेंट में गड़बड़ी हो सकती है. व्हील एलाइनमेंट आपकी गाड़ी के पहियों को सही कंडीशन में रखने का तरीका है. इससे पुख्ता किया जाता है कि गाड़ी के पहिए सीधे सड़क की तरफ हों और एक-दूसरे के पैरेलल चलते रहें. यह एक ऐसी प्रोसेस है जिसे समय-समय पर करवाना बहुत जरूरी है, क्योंकि खराब व्हील एलाइनमेंट आपकी गाड़ी और आपकी सुरक्षा दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है.
व्हील एलाइनमेंट आपकी गाड़ी की ड्राइविंग परफॉर्मेंस, सेफ्टी और माइलेज पर सीधा असर डालता है. सही एलाइनमेंट रहने से गाड़ी के पहिए सही दिशा में बराबर चलते हैं. इससे गाड़ी पर बेहतर कंट्रोल मिलता है. अगर एलाइनमेंट में गड़बड़ी हुई तो सेफ्टी नहीं रहेगी, उल्टा फ्यूल का खर्च और बढ़ जाएगा. आइए व्हील एलाइनमेंट से जुड़ी कुछ जरूरी बातें जानते हैं.
सेफ्टी पर प्रभाव
जब व्हील एलाइनमेंट सही नहीं होता, तो गाड़ी का बैलेंस बिगड़ जाता है. ऐसे में गाड़ी को कंट्रोल नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है. अचानक मोड़ने या ब्रेक लगाने पर गाड़ी गलत तरीके से मुड़ सकती है, जिससे एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है.
खराब एलाइनमेंट की वजह से टायरों पर गैरजरूरी दबाव पड़ता है, जिससे टायर जल्दी घिसने लगते हैं. इससे टायरों की उम्र कम हो जाती है. अगर टायर सही कंडीशन में नहीं हैं, तो आपकी गाड़ी की सेफ्टी में भी गंभीर खामियां आ सकती हैं.
माइलेज पर असर
खराब व्हील एलाइनमेंट गाड़ी के माइलेज पर भी गलत असर डालता है. जब पहिए सही तरीके से एक-साथ नहीं चलते हैं, तो इंजन को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. इससे तेल की खपत बढ़ जाती है.
यह न केवल आपकी जेब पर भारी पड़ता है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक है. इसलिए सही एलाइनमेंट को बनाए रखना न केवल बचत के लिए जरूरी है, बल्कि एनवायरेनमेंट के लिहाज से भी सही है.
व्हील एलाइनमेंट सही रखने के लिए क्या करें?
नियमित चेकअप: आपकी गाड़ी की नियमित सर्विसिंग में व्हील एलाइनमेंट की जांच कराना जरूरी है. आमतौर पर, हर 10,000 से 15,000 किलोमीटर पर इसकी जांच करवाने की सलाह दी जाती है.
टायर की कंडीशन पर ध्यान दें: टायर के दबाव और घिसावट की नियमित जांच करें. अजीब घिसावट या कम प्रेशर जैसी कंडीशन एलाइनमेंट की खराबी का संकेत हो सकती है.
बुरे रास्तों से बचें: सड़क की खराब हालत, जैसे गड्ढे या ऊबड़-खाबड़ रास्ते, व्हील एलाइनमेंट को प्रभावित कर सकते हैं. ऐसे रास्तों से बचने की कोशिश करें या ध्यान से ड्राइव करें.
सही टायर का चुनें: टायर का साइज और क्वालिटी, दोनों जरूरी हैं. सही आकार के और हाई क्वालिटी वाले टायर को चुनें, क्योंकि यह एलाइनमेंट को बेहतर बनाए रखने में मदद करते हैं.
प्रोफेशनल मदद: अगर आपको लगता है कि आपकी गाड़ी के पहियों में कोई दिक्कत है, तो तुरंत एक प्रोफेशनल मैकेनिक से कॉन्टैक्ट करें. वे आपकी गाड़ी की कंडीशन को सही से चेक कर सकते हैं.
इस तरह आप अपनी गाड़ी के व्हील एलाइनमेंट का पूरा ख्याल रख सकते हैं. इसमें कोई भी गड़बड़ी होने पर नजरअंदाज न करें, बल्कि एक अच्छे मैकेनिक के पास जाएं.