शांति के लिए प्रकृति के नजदीक कुछ वक्त गुजारना है तो आइए ‘तामिया’
मध्य प्रदेश के दक्षिण में स्थित ‘तामिया’ को पर्यटक स्थल के छुपे हुए खजाने के तौर पर देखा जाता है. सुंदर पहाड़ों से घिरे हुए घने जंगल मन को पहली ही नजर में मोह लेते हैं. मध्य प्रदेश के पर्यटक स्थलों की किताबों के पन्ने पलटने पर तामिया के बारे में थोड़ी जानकारी मिलती है. तामिया पहुंचने पर जो नजारे देखने को मिलते हैं उनमें सबसे खास है यहां की पहाड़ियों, घने जंगल की हरियाली, गहरी-गहरी घाटियां. लेकिन अफसोस की बात है कि आज के व्यावसायिक दौर में भी तामिया पर्यटन के नक्शे में अपने आप को दिखाने में कामयाब नहीं हो पा रहा है.
तामिया में बारे में रोचक जानकारी
मध्य प्रदेश आने वाले पर्यटकों में से बहुत कम ही पर्यटक तामिया पहुंचते हैं और जो पहुंचते हैं वो यहां के घने जंगलों, पहाड़ों वाली सुंदर और लुभावने वाली तस्वीरें देख कर खो कर रह जाते हैं. प्राकृतिक रूप से तामिया आने वाले के लिए एक अछूता, अनदेखा और पूर्ण शांति देने वाला पर्यटन स्थल है. तामिया के पहाड़ की चोटी से नीचे देखने पर पाताल कोट जंगल की तस्वीर घोड़े की नाल के आकार की दिखाई देती है. पाताल कोट के जंगल में औषधीय पौधों की भरमार देखने को मिलती है. यहां के जंगल के कुछ औषधीय पौधे, चट्टानें तो कई सौ साल पुराने माने जाते हैं.
मानसून में घूमें ‘तामिया’
पहाड़ी पर्यटक स्थल तामिया की खूबसूरती बहुत लंबे समय तक आम लोगों की नजर से छुपी रही थी. प्रकृति के करीब होने के चलते तामिया घूमने के लिए मानसून का मौसम सबसे सही रहता है. रिमझिम बारिश के दौर के बीच यहां की तस्वीरें बचपन के काल्पनिक जंगलों को दिखाती हैं. इसके साथ ही यहां पर बने इमारतों में ब्रिटिश काल की वास्तुकला देखने को मिलती है. ये घर पहाड़ों की चट्टानों के किनारों आज भी अच्छे हाल में मौजूद हैं. मानसूनी बारिश में यहां पर पहाड़ों की ऊंची चट्टानों से गिरती पानी की धारा झरने का रूप ले लेती है. जंगल के सन्नाटे में पशु पक्षियों की आवाजों के बीच पानी के गिरने की आवाज़ को सुनकर मन नहीं करता इस जगह को छोड़कर जाने का. तामिया घूमने के लिए सबसे अच्छा मौसम जुलाई से सितंबर के बीच है. तामिया के पहाड़ों के बीचे बने छोटे-छोटे ट्रैक घूमने के लिए सबसे अच्छे विकल्पों में से एक हैं.
तामिया तक पहुंचने के रास्ते
सड़क मार्ग : सड़क मार्ग से देश के सभी बड़े शहरों से तामिया पहुंचा जा सकता है. ये भोपाल-नागपुर हाईवे पर छिंडवाड़ा जिले में स्थित है. तामिया की नागपुर से दूरी 180 किलोमीटर, भोपाल 215 किलोमीटर और छिंदवाड़ा से 56 किलोमीटर की है.
रेल मार्ग : तामिया का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन महाराष्ट्र का नागपुर है जो तामिया से 180 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
हवाई मार्ग से : देश के बड़े शहरों से तामिया आने के लिए सबसे निकटतम हवाई अड्डा भी नागपुर का ही है जो तामिया से185 किमी की दूरी पर मौजूद है, जबकि भोपाल हवाई अड्डा से तामिया की दूरी लगभग 220 किलोमीटर है.