शाहरुख-अमिताभ के साथ किया काम, क्यों ‘बाहुबली’ की शिवगामी देवी ने बॉलीवुड से बना ली थी दूरी?
साल 2015 में एस.एस. राजामौली ‘बाहुबली’ के नाम से फिल्म लेकर आए थे, जिसने दुनियाभर में 650 करोड़ की कमाई की थी. दो साल बाद साल 2017 में इस फिल्म का सीक्वल आया यानी ‘बाहुबली 2’. इस फिल्म ने तो कमाई के मामले में इतिहास ही रच दिया था. वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर इसने 1788 करोड़ छापे थे. इस फिल्म से प्रभास तो पैन इंडिय स्टार बने ही थे, लेकिन एक नाम और काफी ज्यादा सुर्खियों में रहा था. वो नाम है राम्या कृष्णन का, जिन्होंने इस फिल्म में शिवगामी देवी का किरदार निभाया था.
राम्या इस फिल्म के बाद छा गई थीं. आज के समय में लोग उन्हें उनके असली नाम से कम और शिवगामी देवी के नाम से ज्यादा जानते हैं. इस फिल्म से भले ही उन्हें काफी ज्यादा पॉपुलैरिटी मिली, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं कि इससे पहले उन्होंने फिल्मों में काम नहीं किया था, बल्कि वो 80 के दशक से फिल्म इंडस्ट्री में हैं. उन्होंने साउथ के साथ-साथ बॉलीवुड की फिल्मों में भी काम किया है. हालांकि, एक समय के बाद उन्होंने हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बना ली थी. 15 सितंबर को राम्या का बर्थडे है. वो अपना 54वां जन्मदिन मना रही हैं. इस मौके पर चलिए जानते हैं कि आखिर वो बॉलीवुड से क्यों दूर हो गईं.
राम्या कृष्णन की डेब्यू फिल्म
साल 1983 में ‘वेल्लई मनासु’ के नाम से एक फिल्म आई थी. इसी फिल्म से राम्या ने अपना फिल्मी करियर शुरू किया था. ये तमिल भाषा की फिल्म थी. उसके बाद 1984 में ‘कंचु कांगड़ा’ फिल्म से उन्होंने तेलुगु सिनेमा में कदम रखा. उसके बाद वो मलयालम और कन्नड़ भाषा की फिल्मों में भी दिखीं और फिर साल 1988 में उन्होंने हिन्दी सिनेमा में अपनी पहली फिल्म की.
अमिताभ और शाहरुख खान की फिल्म
1988 में ‘दयावान’ के नाम से फिल्म आई थी, जिसमें फिरोज खान, राजेश खन्ना और अमरीश पुरी जैसे सितारे नजर आए थे. इसी फिल्म के जरिए राम्या कृष्णन बॉलीवुड में आई थीं. इसमें वो एक डांसर के रोल में दिखी थीं. उसके बाद उन्होंने कई हिन्दी फिल्मों में काम किया, जिसमें अमिताभ बच्चन और गोविंदा की ‘बड़े मियां छोटे मियां’ और शाहरुख खान की ‘चाहत’ जैसी फिल्में शामिल हैं. हालांकि, फिर हिन्दी सिनेमा को छोड़ वो साउथ की फिल्मों में ही काम करने लगीं.
बॉलीवुड छोड़ने की वजह
साल 2022 में पीटीआई के साथ बातचीत में उन्होंने बॉलीवुड छोड़ने के पीछे की वजह बताई थी. उन्होंने कहा था कि हिन्दी सिनेमा में उनकी किसी भी फिल्म ने अच्छा परफॉर्म नहीं किया था, जबकि वो उस समय तेलुगु सिनेमा की स्टार थीं. उन्होंने कहा था कि उनके अंदर इतनी ताकत नहीं थी कि तेलुगु सिनेमा को छोड़कर वो बॉलीवुड में सफल होने के लिए मेहनत करें. इसलिए उन्होंने बॉलीवुड से दूरी बना ली थी. उनका कहना था कि यही जरूरी होता है कि किसी भी इंडस्ट्री में आप सफल फिल्म दें, जोकि वो तेलुगु में दे रही थीं और तेलुगु में खुद को कंफर्टेबल महसूस कर रही थीं.
राम्या कृष्णन की बॉलीवुड फिल्मों की लिस्ट में ‘खलनायक’, ‘परंपरा’ और ‘बनारसी बाबू’ जैसी फिल्मों का भी नाम शामिल है. राम्या ने अपने 41 से करियर में 260 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है.