शाहीन अफरीदी, नसीम शाह में नहीं बची जान, तेज गेंदबाजी करना भूले? यकीन नहीं होता ये शोएब अख्तर का देश है
एक वक्त था जब पाकिस्तान के पेस अटैक का दुनिया लोहा मानती थी. इस टीम में शोएब अख्तर, वसीम अकरम, वकार यूनुस जैसे गेंदबाज थे, जिनकी तेज रफ्तार अच्छे-अच्छे बल्लेबाजों के होश उड़ा देती थी लेकिन अब पाकिस्तान की टीम से मानो तेज गेंदबाज कहीं गायब से हो गए हैं. पाकिस्तान की टीम के मौजदा तेज गेंदबाज तो स्पीड से बॉल फेंकना ही भूल गए हैं. यकीन नहीं आता तो मुल्तान टेस्ट देख लीजिए. इस मुकाबले में पाकिस्तान ने तीन पेसर्स मैदान पर उतारे हैं. शाहीन अफरीदी, नसीम शाह और आमिर जमाल मुल्तान में गेंदबाजी करते नजर आए. कहने के तो ये तेज गेंदबाज हैं लेकिन इनकी स्पीड किसी मीडियम पेसर जैसी है.
मुल्तान टेस्ट में पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों का बुरा हाल
मुल्तान टेस्ट में पाकिस्तान के तीनों तेज गेंदबाजों की पेस कहीं गायब सी नजर आ रही है. मुल्तान टेस्ट में शाहीन अफरीदी की सबसे तेज गेंद सिर्फ 138.9 किमी. प्रति घंटा है. वहीं उनकी औसत स्पीड सिर्फ 134.1 है. नसीम शाह ने जरूर 141.6 की रफ्तार से सबसे तेज गेंद फेंकी लेकिन उनकी औसत स्पीड भी महज 136 है. आमिर जमाल की सबसे तेज गेंद 137.9 किमी. प्रति घंटा है और उनकी एवरेज स्पीड महज 131 है. पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों की रफ्तार कभी 140 से ज्यादा होती थी लेकिन अब ऐसा नहीं दिखाई दे रहा है. यही वजह है कि फैंस अब पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों की तुलना स्पिनर्स से कर रहे हैं.
Pakistani pacers speed in this Test. pic.twitter.com/clbDkrq9MI
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) October 9, 2024
विकेट लेना भूले, दे रहे हैं रन पर रन
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज सिर्फ कम स्पीड की गेंद ही नहीं फेंक रहे हैं बल्कि इन खिलाड़ियों की लाइन-लेंग्थ भी कहीं गायब हो गई है. मुल्तान टेस्ट की बात करें तो शाहीन अफरीदी, नसीम शाह और आमिर जमाल तीनों की इकॉनमी रेट लगभग 5 रन प्रति ओवर है. मतलब ये खिलाड़ी रन रोकने में भी नाकाम रहे हैं. साफ है ऐसी ही गेंदबाजी चलती रही तो इंग्लैंड के बल्लेबाज पाकिस्तान में कई रिकॉर्ड बना देंगे. जैसा जो रूट और हैरी ब्रूक ने मुल्तान टेस्ट की पहली पारी में कर दिखाया है. रूट ने टेस्ट करियर की 35वीं सेंचुरी जड़ी वहीं ब्रूक ने पाकिस्तान में लगातार चार टेस्ट शतक लगा दिए.