शूटर के पास था ट्रांसमीटर… ट्रंप पर हमले से जुड़ी ये जानकारी FBI ने क्यों छिपाई?

पेन्सिलवेनिया में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले पर अब अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं. हमला हुए तीन दिन हो चुके हैं और सीक्रेट सर्विस समेत अमेरिका की जांच एजेंसी पूरी गुत्थी सुलझाने में लगी हुई हैं, कि आखिर इस हमले के पीछे था कौन? हमलावर मौके पर ही मार दिया गया था लेकिन जांच इस एंगल पर भी चल रही है कि क्या हमलावर सिर्फ एक मोहरा था, असली मास्टरमाइंड कोई और ही है? इसी बीच ट्रंप पर हमले को लेकर एक बड़ा दावा किया गया है. शूटर के पास से ट्रांसमीटर मिला है.
जानकारी के मुताबिक 20 साल के हमलावर के पास एक ट्रांसमीटर भी बरामद हुआ है. गौरतलब है कि FBI ने ये जानकारी छुपा कर रखी थी. ट्रांसमीटर बरामद होने के बाद और भी कई सवाल खड़े होने लगे हैं. पहला, कि क्या ट्रंप पर गोली चलाते वक्त हमलावर किसी के साथ संपर्क में था? दूसरा सवाल, अगर एफबीआई को ये जानकारी थी, कि आरोपी के पास ऐसा कोई उपकरण था, तो जांच एजेंसी ये जानकारी छुपाई क्यों? इसी कारणों से ट्रंप पर गोली कांड की गुत्थी और गहराती जा रही है.
ईरान के हाथ होने की आशंका
ट्रंप पर हमले की एक और गुत्थी सामने आई है. ईरान को अमेरिका का कट्टर दुश्मन माना जाता है, और ट्रंप विशेष करके उसके निशाने पर रहते हैं. CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले से पहले अमेरिका प्रशासन को खुफिया जानकारी मिली थी कि ईरान डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रच रहा है. अगर ये जानकारी पहले ही थी तो, सुरक्षा एजेंसियों ने ट्रंप की सुरक्षा क्यों नहीं बढ़ाई?
कितना सच है दावा?
हालांकि, इस मीडिया रिपोर्ट के दावों को सच नहीं माना जा रहा है. और न ही इस हमले के पीछे ईरान के होने के कोई सबूत मिले हैं. ट्रंप पर हमले की जांच FBI कर रही है. जांच में सामने आया है कि बिल्डिंग की छत पर जहां शूटर था, वहां सुरक्षाकर्मी को तैनात किया जाना था. योजना के मुताबिक़ रैली शुरू होने से पहले उस छत पर सुरक्षाकर्मी की ड्यूटी लगाई गई थी. लेकिन आखिरी समय में छत पर पुलिस को तैनात करने का फ़ैसला बदला गया.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *