शेख हसीना की मुश्किलें थम नहीं रहीं, बांग्लादेश में दर्ज हुए दो और मामले
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब उनके खिलाफ दो और मामले दर्ज किए गए हैं. इसके बाद उनके खिलाफ मुकदमों की कुल संख्या 94 हो गई है. पिछले महीने हसीना ने इस्तीफा दे दिया था और भारत आ गई थीं. उनके खिलाफ दर्ज अधिकतर मामले सरकारी नौकरियों में कोटा सिस्टम में हुए विवाद को लेकर हैं. इसमें कई छात्रों की हत्या हो गई थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 19 जुलाई को विरोध प्रदर्शन के दौरान ढाका के एक निवासी की हत्या का मामला पूर्व सीएम शेख हसीना और 26 अन्य लोगों पर दर्ज किया गया. मरने वाले की पत्नी ने ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अफनान सुमी की अदालत में मामला दर्ज कराया है. इस मामले में पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान, अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर और अवामी लीग व इसके अन्य संगठनों के कई नेता और कार्यकर्ता आरोपी हैं.
आंदोलन में एक छात्र की मौत में भी फंसी हसीना
शेख हसीना, पूर्व कानून मंत्री शफीक अहमद और 293 अन्य के खिलाफ जात्राबाड़ी इलाके में एक छात्र की मौत का मामलादर्ज किया गया है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि उसके बेटे ने पांच अगस्त को आरक्षण सुधार आंदोलन में भाग लिया था. सुबह करीब नौ बजे जब वह जात्राबाड़ी पुलिस स्टेशन पार कर रहा था, तब उसे गोली मार दी गई. उसे ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा 600 के पार
बांग्लादेश हिंसा में अबतक मरने वालों का आंकड़ा करीब 600 के पार जा चुका है. विरोध प्रदर्शन के उग्र होने के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद वो भारत आ गई थीं. फिलहाल बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार देश चला रही है. देश के फैसले उन्हीं के हाथों में हैं.