शेयर बाजार में अचानक आई भारी गिरावट, 700 अंकों से ज्यादा गिरा सेंसेक्स, आखिर क्यों?
शेयर बाजार में पिछले 4 ट्रेडिंग सेशन से तेजी देखी जा रही थी. बाजार ने लगभग 3 फीसदी की रिकवरी कर ली थी. अब आज अचानक से सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखने को मिली है. बीएसई सेंसेक्स 760 अंक यानी 0.95% की गिरावट के साथ 79,473 पर आ गया, जबकि निफ्टी-50 192 अंक या 0.79% की गिरावट के साथ 24,082 पर सुबह 12 बजे कारोबार कर रहा था.
क्यों आई ये गिरावट?
भारतीय शेयर बाजार में आई गिरावट के पीछे एक बड़ा कारण आईटी स्टॉक्स में आई कमजोरी है. क्योंकि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को लेकर चिंताएं अभी भी हैं और अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती के बारे में अनिश्चितता फिर से बढ़ गई है. अमेरिकी महंगाई के आंकड़ों से पता चला है कि अक्टूबर में उपभोक्ता खर्च में वृद्धि हुई, जिससे यह चिंता पैदा हुई कि भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की गति अपेक्षा से धीमी रहने वाली है. अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती में मंदी का सीधा असर खर्च के माहौल पर पड़ेगा और भारत में आईटी और फार्मा जैसे सेक्टर्स पर भी असर पड़ेगा, जिनका अमेरिकी बाजार से काफी जुड़ाव है. इस अपडेट के बाद, निफ्टी आईटी इंडेक्स में 2% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई.
आईटी स्टॉक्स पर सबसे अधिक असर
सेंसेक्स के शेयरों में इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एमएंडएम, एचसीएल टेक, टीसीएस और पावर ग्रिड सबसे ज्यादा 3% तक गिरे. दूसरी ओर, केवल एसबीआई, अडानी पोर्ट्स और टाटा मोटर्स हरे निशान पर कारोबार कर रहे थे. इस बीच शुरुआती कारोबार में अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में 9.3% तक की उछाल आई, जब समूह ने स्पष्ट किया कि पिछले सप्ताह प्रॉसिक्यूटर ने उसके प्रमुख अधिकारियों पर अमेरिकी विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम के उल्लंघन का आरोप नहीं लगाया गया था.
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अडानी टोटल गैस में सबसे अधिक लाभ हुआ, जो क्रमशः 9% और 9.3% बढ़ा. अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में भी 8.3% की उछाल आई, जो दिन के उच्चतम स्तर 1,072 रुपए पर पहुंच गया. अडानी पावर, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी विल्मर और अडानी पोर्ट्स के शेयरों में 5% तक की उछाल आई. प्रॉसिक्यूटर के बाद से मंगलवार तक लगभग 34 बिलियन डॉलर का नुकसान उठाने के बाद समूह के शेयरों में बुधवार को लगभग 14 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई.