श्रेयस अय्यर ने कर दी बड़ी गलती, अब टीम इंडिया में वापसी हुई और मुश्किल, फिर हुआ बुरा हाल
टीम इंडिया इस समय बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज खेल रही है. इसके बाद भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है. इस सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो चुका है. भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर पिछले कुछ समय से टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए जूझ रहे हैं, इस बार भी उनकी वापसी नहीं हो सकी है. वहीं, अय्यर फिलहाल भारतीय घरेलू क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी में खेल रहे हैं. लेकिन रणजी ट्रॉफी में भी उनकी शुरुआत काफी खराब रही है, जिसके चलते उनके लिए अब टीम इंडिया में वापसी करना और मुश्किल हो गया है.
श्रेयस अय्यर का फिर हुआ बुरा हाल
2024/25 का घरेलू सत्र श्रेयस अय्यर के लिए अभी तक कुछ खास नहीं रहा है. वह घरेलू क्रिकेट में लगातार फ्लॉप हो रहे हैं. रणजी ट्रॉफी 2024-25 में मुंबई की टीम अपना पहला मैच बड़ौदा के खिलाफ खेल रही है. श्रेयस अय्यर इस मुकाबले की पहली पारी में 8 गेंदों का सामना करने के बाद बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए. बता दें, श्रेयस अय्यर पिछले 4 फर्स्ट क्लास मैचों में तीसरी बार खाता खोले आउट हुए हैं. अय्यर ने इससे पहले दलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी में हिस्सा लिया था, यहां भी वह कुछ खास नहीं कर सके थे. दलीप ट्रॉफी के तीन मैचों में भी वह दो बार अपना खाता नहीं खोल सके थे.
लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे अय्यर
श्रेयस अय्यर ने दलीप ट्रॉफी 2024-25 में तीनों दौर के मुकाबले खेले थे. श्रेयस अय्यर ने इन तीन मैचों की 6 पारियों में 25.66 की खराब औसत से सिर्फ 154 रन ही बनाए, जिसमें 2 अर्धशतक शामिल रहे थे. इस दौरान वह एक भी शतक नहीं जड़ सके थे. जिसके चलते उन्हें बांग्लादेश टेस्ट सीरीज के लिए भी टीम इंडिया में नहीं चुना गया था. ईरानी ट्रॉफी में भी उन्हें मुंबई की टीम में जगह मिली थी. उस मुकाबले की पहली पारी में उन्होंने अर्धशतक लगाया था, लेकिन दूसरी पारी में 12 गेंद पर 8 रन बनाकर आउट हो गए थे.
अय्यर के इस खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय टेस्ट टीम में उनकी वापसी फिलहाल काफी मुश्किल दिखाई दे रही है. श्रेयस अय्यर ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच इसी साल फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. इसके बाद से वह टीम में जगह बनाने के लिए जूझ रहे हैं. हाल ही में उन्हें श्रीलंका दौर पर वनडे टीम में चुना गया था. लेकिन वह श्रीलंका में भी कुछ खास नहीं कर सके थे.