संभल: जिन्होंने बवाल शुरू किया, उनकी तस्वीरें कब लगेंगी? विष्णु जैन की फोटो शेयर कर अखिलेश ने पूछा सवाल
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संभल हिंसा से जुड़ी एक तस्वीर शेयर की है. उन्होंने वकील विष्णु जैन की फोटो शेयर करते हुए लिखा कि जिन्होंने बवाल शुरू किया और जो पहले पहल फसाद की वजह बने, उनकी तस्वीरें कब लगेंगी? विष्णु जैन सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं, जो ज्ञानवापी से लेकर मथुरा कृष्ण भूमि पर अदालत में केस लड़ रहे हैं.
अखिलेश का ये पोस्ट उस फैसले के बाद आया है जिसमें कहा गया कि पत्थरबाजी करने वालों के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगवाए जाएंगे. संभल पुलिस ने हिंसा में शामिल कई लोगों की तस्वीरें जारी की हैं. इन तस्वीरों में 9 लोगों की पहचान की गई है और लोगों से उन लोगों की पहचान करने में मदद मांगी गई है जिनके चेहरे ढके हुए हैं.
जिन्होंने बवाल शुरू किया और जो पहले पहल फ़साद की वजह बने, उनकी तस्वीरें कब लगेंगी?#Sambhal pic.twitter.com/LV65LWhSXq
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 28, 2024
हिंसा में 4 लोगों की हुई मौत
संभल में रविवार को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी थी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी. इस दौरान हुए पथराव में सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान हुआ था. यह सर्वे एक याचिका पर कराया गया है जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद से पहले उक्त स्थान पर हरिहर मंदिर था.
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. उन्होंने कहा, मस्जिद पर भी पथराव किया गया. पुलिस वाहन, ट्रांसफार्मर, बिजली के तार क्षतिग्रस्त हो गए. संबंधित विभाग नुकसान का आकलन कर रहा है.
सरकार ने वर्ष 2020 में भी इसी तरह की एक पहल में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में हुई हिंसा के आरोपियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगवाए थे. ये पोस्टर राज्य की राजधानी सहित कई स्थानों पर लगाए गए थे, लेकिन बाद में अदालत के आदेश पर उन्हें हटा दिया गया था.
अब तक 25 लोग गिरफ्तार
पुलिस ने अबतक 25 लोगों को गिरफ्तार किया है और सात प्राथमिकी दर्ज की हैं, जिनमें संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क, पार्टी के स्थानीय विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल नामजद हैं जबकि 2,750 से अधिक अज्ञात संदिग्ध हैं. मामले की मजिस्ट्रेट जांच चल रही है.