सऊदी अरब के लिए कैसे सिरदर्द बन गया पाकिस्तान? UAE भी है इस बात से परेशान

पाकिस्तान की एक बार फिर इंटरनेशनल बेइज्जती हुई है. पाकिस्तानी के भिखारियों से उसका दोस्त और मददगार मुल्क सऊदी अरब भी इस कदर परेशान हो गया है कि शहबाज शरीफ की सरकार को सऊदी अरब ने जबरदस्त फटकार लगाई. सऊदी अरब ने पाकिस्तान से कहा है कि वो सऊदी जाने वाले भिखारियों पर लगाम लगाए.
दुनिया भर में कर्ज और भीख मांगने वाले देश के रूप में अपनी पहचान बना लेने वाले पाकिस्तान में एक बार फिर भीख और भिखारियों की चर्चा क्यों हो रही है. इस बार झटका सऊदी अरब से लगा है. दरअसल सऊदी अरब अपने देश में पाकिस्तान से आने वाले भिखारियों की बढ़ती तादाद से परेशान हो गया है. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक सऊदी हज मंत्रालय ने पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय से कहा है कि वो सऊदी आने वाले भिखारियों पर जल्द रोक लगाए. अगर पाकिस्तान सरकार ऐसा नहीं करती है तो इसका असर पाकिस्तानी उमराह और हज यात्रियों पर पड़ सकता है. सऊदी की चेतावनी के बाद भिखारियो को सऊदी भेजने से रोकने के लिए पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने उमरा एक्ट लाने का फैसला किया है. इसके जरिए उमरा वीजा यानी तीर्थयात्रा वीजा दिलाने में मदद करने वाली ट्रैवल एजेंसियों पर निगरानी रखी जाएगी.
कर्ज के दम पर बचा पाकिस्तान का वजूद
एक तो पाकिस्तान पहले से ही दिवालिया होने क कगार पर खड़ा है. पूरा मुल्क पैसे के लिए तरस रहा है. कर्ज और खैरात के दम पर पाकिस्तान का वजूद बचा हुआ है. ऊपर से सऊदी अरब से जैसे दोस्त समझे जाने वाले इस्लामिक देशों की फटकार से पाकिस्तान के हुक्मरान कहीं भी मुंह दिखाने लायक नहीं रह गए हैं. ऐसे में इज्जत बचाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने अब संघीय जांच एजेंसी यानी FIA को जांच की जिम्मेदारी दे दी है. इससे सऊदी या दूसरे मुल्कों में जाकर भीख मांगने वाले पाकिस्तानियों पर भले थोड़ी लगाम लग जाए, लेकिन पाकिस्तानी सरकार और उन आम पाकिस्तानियों की इज्जत कैसे बचेगी.जिनका घर दूसरे मुल्कों के कर्ज से ही चल रहा है.
तीर्थ यात्रा के नाम पर जाकर मांगते हैं भीख
पाकिस्तान की वरिष्ठ पत्रकार आरजू काजमी के मुताबिक पाकिस्तान में जो हालात हैं उसमें अच्छे-भले लोग जो खुद के घर में रहते हैं वो भी भीख मांगते दिखाई देते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान से हर साल बड़ी संख्या में लोग उमराह वीजा यानी तीर्थयात्रा वीजा पर सऊदी अरब जाते हैं और वहां भीख मांगते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने ही अगस्त में कराची एयरपोर्ट पर 11 लोगों को पकड़ा गया था, जो भीख मांगने सऊदी जाने वाले थे और फ्लाइट में बैठने की तैयारी में थे. इसी तरह अक्टूबर 2023 में लाहौर एयरपोर्ट पर सऊदी जा रहे एक फ्लाइट में सवार 16 लोगों को प्लेन से उतारा गया था और गिरफ्तार किया गया था. पिछले साल सितंबर में भी सऊदी अरब ने पाकिस्तान सरकार से हज का कोटा देने में सावधानी बरतने को कहा था और पाकिस्तान से भिखारियों और जेबकतरों को ना भेजने को कहा था.
भर चुकी हैं सऊदी अरब की जेलें
सऊदी अरब की सरकार पाकिस्तान से कई बार कह चुकी है कि वहां की जेलें ऐसे लोगों से भर चुकी हैं, जो पाकिस्तान से उमराह वीजा लेकर भीख मांगने सऊदी जाते हैं. ऐसी शर्मनाक हरकतों के लिए जब भी पाकिस्तान को सऊदी या किसी अन्य मुल्क से लताड़ लगाई जाती है तो पाकिस्तानी हुक्मरान उस पर रोक लगाने का भरोसा ही दे पाते हैं. क्योंकि पाकिस्तान के भिखारियों पर रोक लगा पाना उनके वश में भी नहीं है. पूरी दुनिया के अलावा खुद पाकिस्तानी भी ये मानते हैं कि पाकिस्तान का काम बिना खैरात के नहीं चल सकता.
भिखारियों का सप्लायर मुल्क बना पाकिस्तान
पाकिस्तान के लोग अपने हुक्मरानों से यूं ही परेशान नहीं हैं. पाकिस्तानी अवाम अपने हुक्मरानों को यूं ही नहीं कोस रही है. असल में पिछले कुछ दशकों में पाकिस्तान की पहचान दुनिया भर में भिखारियों के सप्लायर मुल्क की बन चुकी है. पाकिस्तानी वेबसाइट डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में गिरफ्तार होने वाले भिखारियों में से 90% लोग पाकिस्तानी मूल के होते हैं. इन भिखारियों की बढ़ती संख्या से UAE की सरकार भी परेशान है. डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक UAE उन पाकिस्तानियों को भी वीजा देने से बचता है, जिनके बैंक अकाउंट में पर्याप्त पैसे नहीं हैं.
कुछ समय पहले मार्च में रमजान महीने के दौरान UAE ने ऐसे भिखारियों के खिलाफ अभियान भी चलाया था, जिसमें 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसमें करीब आधी महिलाएं थीं. ऐसे में पाकिस्तान के ये भिखारी पाकिस्तान के उन लोगों के लिए शर्म की वजह बन जाते हैं, जो मानते हैं कि भारत तो जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, लेकिन पाकिस्तान दुनिया में अपने भिखारियों के लिए जाना जा रहा है.
क्राइम रेट भी बढ़ा रहे पाकिस्तानी
सऊदी अरब के अलावा यूएई ने भी कहा कि उसके देश में भी पाकिस्तान से बहुत भिखारी आ रहे हैं. यूएई को तो ये भी कहना है कि क्राइम रेट भी जो यूएई में बढ़ा है उसमें 50 फीसदी के करीब जो उन्होंने कहा पाकिस्तानी शामिल हैं. ये बात तो सभी जानते हैं कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बहुत खराब है और पाकिस्तान को बहुत मुश्किलें हो रही हैं. आम लोगों का हाल भी कम खराब नही है.
पाकिस्तान में आर्थिक संकट गहराता जा रहा
पाकिस्तान के हर शख्स पर औसत कर्ज करीब 3 लाख रुपए हो गया है. वहीं पाकिस्तान पर कुल बकाया कर्ज करीब 72 लाख करोड़ रुपए हो गया है. पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, यानी आईएमएफ का बकाया कर्ज भी 292 अरब रुपए बढ़ गया है. इस हालात ने पाकिस्तान की शहबाज सरकार के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है. शहबाज शरीफ चुनौतियों से निपटने के मामले में वैसे भी दुनिया में ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान में भी अब तक के सबसे कमजोर प्रधानमंत्री माने जाते हैं. पाकिस्तान को रसातल में ले जाने के लिए पाकिस्तानी अवाम पहले से ही उनसे खार खाए बैठी है. पाकिस्तानी तो यहां तक मानते हैं कि इसी नकारेपन की वजह से दुनिया में उनके हुक्मरानों की कहीं इज्जत नहीं रह गई है.
-Tv9 ब्यूरो

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