सनी देओल की वो धाकड़ पिक्चर, जिसके लिए एक्टर को कुएं में उल्टा लटका दिया गया
ये मज़दूर का हाथ है कात्या, लोहा पिघलाकर उसका आकार बदल देता है. बॉलीवुड फिल्मों से कुछ फेमस डायलॉग चुनने की बारी आएगी, तो सनी देओल की ‘घातक’ का ये डायलॉग उस लिस्ट में जरूर होगा. इस पिक्चर की अपनी कल्ट फैन फॉलोइंग है.
हीरो से लेकर विलेन और हीरो के पिता तक सबको जनता ने खूब पसंद किया. आज इसी फिल्म से जुड़ा एक किस्सा सुनाते हैं. फिल्म में अंजन श्रीवास्तव ने धामू काका का रोल प्ले किया था. उनको एक सीन के दौरान कुएं में उल्टा लटका दिया गया था.
पैरों से पकड़कर कुएं में उल्टा लटका दिया
पहले ये धामू काका वाला रोल अंजन श्रीवास्तव नहीं करने वाले थे. ये रोल मकरंद देशपांडे को पहले ऑफर हुआ था. पर बाद में ये अंजन को ऑफर हुआ. बहरहाल इस फिल्म के एक्शन डायरेक्टर टीनू आनंद थे. वो बहुत सख्त थे. अंजन भी उनसे डरते थे. वर्सोवा में फिल्म की शूटिंग हो रही थी. जो सीन शूट हो रहा था, उसमें एक गहरे कुएं में सबको फेंका जाना था. सीन की शूटिंग अपने उरूज पर थी. टीनू आए, उन्होंने अंजन को पैरों से पकड़ा और कुएं में उल्टा लटका दिया. टीनू कहते हैं कि उस वक्त उनकी जान ऊपर-नीचे हो रही थी.
अंजन की जान हलक में थी
अंजन की जान सूख रही थी. वो चिल्ला रहे थे. तभी डायरेक्टर राजकुमार संतोषी ने कहा कि अंजन शांत रहो कुछ नहीं होने वाला. टीनू तुझे छोड़ेगा नहीं. बस तुम शॉट दो और छोड़ा छटपटाने की एक्टिंग करो. इस पर अंजन बोल पड़े कि अगर वो छटपटाए, तो टीनू का हाथ छूट जाएगा. और वो नीचे गिर जाएंगे. पूरा क्रू हंस रहा था. अंजन साहब मन ही मन रो रहे थे. वो कहते हैं कि ये वाकया उन्हें कभी नहीं भूलता है.
बहरहाल, जो भी था सनी की अदा इस पिक्चर में कमाल थी. वो जैसे कात्या को मारते हैं. जैसी डायलॉगबाजी करते हैं. मौज आ जाती है. एकदम पैसा वसूल. कभी इस पिक्चर के और किस्से सुनाएंगे. फिलहाल अभी विदा लेते हैं. नमस्ते.