सपा की ‘भूख’ से बढ़ेगी MVA की दिक्कतें, जानें क्या है महाराष्ट्र का प्लान?

देश में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं, जिसके बाद अब बहुत जल्द महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, अक्टूबर के महीने में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं. जिसके चलते सभी पार्टियां तैयारियों में जुट गई हैं. लोकसभा चुनाव में मुख्य तौर पर दो गठबंधन आमने-सामने खड़े थे , इंडिया गठबंधन और एनडीए.
इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनी समाजवादी पार्टी का लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में काफी बेहतर प्रदर्शन रहा. जिसके बाद अब समाजवादी पार्टी के नेताओं को उम्मीद है कि महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे के दौरान इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) के सहयोगी सपा को अधिक हिस्सेदारी देंगे.
सपा ने चुनाव के लिए फूंका बिगुल
पार्टी की महाराष्ट्र इकाई ने नव निर्वाचित सपा सांसदों को सम्मानित करने के लिए शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए बिगुल फूंक दिया है. भिवंडी पूर्व से सपा विधायक रईस शेख ने शिवसेना (गुट का नाम लिए बिना), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) पर उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया. महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) के घटक दलों में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), राकांपा (शरदचंद्र पवार) और कांग्रेस शामिल हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया का हिस्सा हैं.
“हमें उतनी सीट मिलेंगी, जितनी के हम हकदार हैं”
भिवंडी पूर्व से सपा विधायक रईस शेख ने कहा, हम अब साझेदार बन रहे हैं, आज, इंडिया गठबंधन की नींव समाजवादी पार्टी पर टिकी हुई है, अगर (पार्टी प्रमुख) अखिलेश यादव जी कुछ कहते हैं, तो इंडिया का कोई भी नेता मना नहीं कर सकता. हमें उतनी सीट मिलेंगी, जितनी के हम हकदार हैं. हम वह सम्मान चाहते हैं, जिसके हम हकदार हैं.
शेख ने बताया कि सीट बंटवारे पर बातचीत शुरू हो गई है. शेख ने कहा, हम सिर्फ दो विधायक (वह और अबू आजमी) हैं, लेकिन हम 100 विधायकों को मात दे सकते हैं. हमारे 10 विधायक 288 (महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्यों की संख्या) पर भारी पड़ेंगे.
महाराष्ट्र लोकसभा सीट से नहीं लड़ा था चुनाव
इंडिया में शामिल समाजवादी पार्टी ने महाराष्ट्र में किसी भी लोकसभा सीट पर चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन उसने उत्तर प्रदेश में 37 सीट जीती थीं, जिससे भाजपा को बड़ा झटका लगा था. महाराष्ट्र में उसके केवल दो विधायक हैं और वे दोनों ही मुस्लिम समुदाय से हैं. बीजेपी को सबसे बड़ा झटका अयोध्या में लगा था. अयोध्या की फैजाबाद सीट से सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के लल्लू सिंह को हराकर जीत हासिल की थी. अवधेश प्रसाद ने कहा कि पार्टी के पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (पीडीए) सोशल इंजीनियरिंग फॉर्मूले को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, सपा के समर्थन के बिना यहां कोई सरकार नहीं बन सकती.
पार्टी का मनोबल हुआ ऊंचा
मुंबई के मानखुर्द-शिवाजीनगर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सपा विधायक अबू आजमी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद से महाराष्ट्र में पार्टी का मनोबल काफी ऊंचा हो गया है. आजमी ने इशारों में बिना नाम लिया राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) पर हमला करते हुए कहा कि उत्तर भारतीयों को चुनौती नहीं दी जानी चाहिए, वरना वे मुंहतोड़ जवाब देंगे.
उन्होंने कहा, मैं उनका नाम लेकर अपना मुंह खराब नहीं करना चाहता. उन्होंने कितनी दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ की है? मुझे एक बार गृह मंत्री बना दीजिए, मैं उनसे इस तरह निपटूंगा कि वे कभी नहीं भूलेंगे. हालांकि, आजमी ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने 2008 में उत्तर भारतीयों के खिलाफ अभियान चलाया था, जो हिंसक हो गया था.

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