सबसे बड़े नुकसान में रहे टाटा, अंबानी और SBI, आखिर कैसे होगी भरपाई?
पिछला हफ्ता देश की दो सबसे बड़ी कंपनियों के लिए काफी खराब रहा. जी हां यहां बात देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज और देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विस संयुक्त रूप से 95 हजार करोड़ रुपए का देखने को मिला है. मुकेश अंबानी की रिलायसं इंडस्ट्रीज को 60,800 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान देखने को मिला. वहीं दूसरी ओर टाटा की टीसीएस को 34 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है. देश के सबसे बड़े सरकारी लेंडर को भी कम नुकसान नहीं हुआ.
अगर बात मार्केट कैप के हिसाब से देश की टॉप 10 कंपनियों की बात करें तो 8 कंपनियों को कुल 2,01,699.77 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है. पिछले हफ्ते बीएसई बेंचमार्क 1,181.84 अंक या 1.43 फीसदी गिरा. वहीं दो कंपनियों एचयूएल और एचडीएफसी फायदे में रहीं. दोनों कंपनियों को संयुक्त रूप से करीब 18 हजार करोड़ रुपए का फायदा हुआ है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर देश की टॉप 10 कंपनियों को कितना नुकसान हुआ है.
देश की टॉप 10 कंपनियों को हुआ कितना नुकसान
देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 60,824.68 करोड़ रुपए घटकर 19,82,282.42 करोड़ रुपए रह गया.
टाटा ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का मूल्यांकन 34,136.66 करोड़ रुपए घटकर 16,12,762.51 करोड़ रुपए रह गया.
देश का सबसे बड़ा सरकारी लेंडर भारतीय स्टेट बैंक का मूल्यांकन 29,495.84 करोड़ रुपए घटकर 6,98,440.13 करोड़ रुपए पर आ गया है.
देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में से एक भारती एयरटेल का मार्केट कैप 28,379.54 करोड़ रुपए घटकर 8,76,207.58 करोड़ रुपए रह गया.
देश की बड़ी आईटी सविर्स कंपनियों में से एक इंफोसिस का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) 17,061.44 करोड़ रुपए घटकर 7,89,819.06 करोड़ रुपए पर आ गया है.
देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का मार्केट कैप 16,381.74 करोड़ रुपए घटकर 6,57,009.14 करोड़ रुपए रह गया.
देश का दूसरा सबसे बड़ा प्राइवेट लेंडर आईसीआईसीआई बैंक का एमकैप 15,169.76 करोड़ रुपए घटकर 8,51,204.65 करोड़ रुपए.
इसके अलावा देश की बड़ी एफएमसीजी कंपनियों में से एक आईटीसी का एमकैप 250.11 करोड़ रुपए घटकर 6,27,337.65 करोड़ रुपए रह गया.
देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर ने 14,179.78 करोड़ रुपए जोड़े, जिससे उसका बाजार मूल्यांकन 6,66,919.73 करोड़ रुपए हो गया.
देश की सबसे बड़ा प्राइवेट लेंडर एचडीएफसी बैंक का एमकैप 3,735.35 करोड़ रुपए बढ़कर 12,47,941.78 करोड़ रुपए हो गया.