सरकार की इस पहल का कमाल, 1074 बिजनेसमैन को मिली ये बड़ी मदद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने पर काफी काम हुआ है. सरकार ने इसके लिए कई योजनाएं जैसे कि मुद्रा योजना, स्वनिधि योजना भी शुरू की हैं. इसी तरह इनोवेशन और टेक्नोलॉजी बेस्ड प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक डीएसटी फंड योजना शुरू की है. इसकी मदद से 1,074 बिजनेसमैन की किस्मत बदल गई है.
सरकारी पहल डीएसटी फंड योजना की मदद से देश में 1,200 से अधिक प्रोडक्ट्स और प्रोटोटाइप को डेवलप किया गया है. इस तरह 233 पेटेंट हुए हैं. विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने इनोवेशन के डेवलपमेंट के लिए एक राष्ट्रीय पहल (फंड) शुरू किया है. इसके तहत 1,074 उद्यमियों को सहायता दी गई है. इन्होंने 571 कंपनियां स्थापित कीं हैं और 3,693 लोगों को नौकरियां दी हैं.
इस मामले में विज्ञान और प्रौद्योगिकी सचिव अभय करंदीकर ने एक रिपोर्ट जारी करके नई जानकारियां दी हैं. रिपोर्ट के मुताबिक 2016 में इस योजना की शुरुआत की गई थी. इस फंड ने भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता आउटलुक में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. इनमें महिला उद्यमियों की पर्याप्त संख्या है.
मुद्रा और स्वनिधि योजना भी है कारगर
इतना ही नहीं मोदी सरकार के कार्यकाल में स्व-रोजगार को बढ़ावा देने के लिए कई और अहम योजनाओं को भी शुरू किया गया. इसमें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना काफी अहम है. इस योजना के तहत सरकार 10 लाख रुपए तक का कोलेटरल फ्री लोन उपलब्ध कराती है. अब सरकार ने इसकी लिमिट को बढ़ाकर 20 लाख रुपए करने की पेशकश की है. इस योजना का सबसे ज्यादा फायदा महिलाओं ने उठाया और करीब 70 प्रतिशत लाभार्थी महिला ही रही हैं.
इसी तरह स्वनिधि योजना देश में करोड़ों रेहड़ी-पटरी वालों को ताकतवर बनाती है. इस योजना के तहत रेहड़ी-पटरी वालों के डिजिटल ट्रांजेक्शन को उनकी कमाई का आधार मानकर सरकार रियायती लोन उपलब्ध कराती है. अगर उनकी लोन चुकाने की दर सही रहती है, तो उन लोगों के लोन की रकम बढ़ा दी जाती है, मतलब कि उन्हें और बड़ा लोन मिल जाता है.

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