सरजन बरकती का पर्चा खारिज, महबूबा मुफ्ती बोलीं- कारण बताना होगा
जम्मू कश्मीर चुनाव के लिए जेल से पर्चा भरने वाले अलगाववादी नेता सरजन बरकती चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. उनका नामांकन खारिज कर दिया गया है. सरजन बरकती एक फंडिंग से जुड़े मामले में सरजन अभी जेल में हैं. उनकी उम्मीदवारी रद्द होने पर पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने दुख जताया है. उन्होंने यह भी कहा है कि चुनाव आयुक्त को ऐसा करने के पीछे कारण बताना होगा.
जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में होने वाला विधानसभा चुनाव के लिए अलगाववादी नेता भी मैदान में उतर रहे हैं. इसी कड़ी में मौलवी सरजन अहमद ने भी पर्चा दाखिल किया था. जैनपोरा विधानसभा क्षेत्र से फाइल किया गया उनका नामांकन जांच के बाद कैंसल कर दिया गया. मौलवी सरजन अहमद को ही सरजन बरकती के नाम से जाना जाता है. पर्चा निरस्त होने पर उनके परिवार का कहना है कि वह इस फैसले को कोर्ट में चुनौती देंगे.
नामांकन रद्द होने का कारण बताएं आयुक्त: मुफ्ती
जैनपोरा से सरजन बरकती का नामांकन निरस्त होने पर पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने दुख जताया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयुक्त को यह बताना होगा कि ये फैसला क्यों लिया गया. लोकतंत्र विचारों की लड़ाई है. इसमें सभी को भाग लेने का मौका दिया जाना चाहिए.
पिछले साल NIA ने किया था गिरफ्तार
सरजन बरकती को पिछले साल एक फंडिंग के मामले में NIA ने गिरफ्तार किया था. बरकती सबसे ज्यादा चर्चा में 2016 में आए थे. बुरहान वानी की मौत के बाद हुए विरोध प्रदर्शनों में सरजन की मुख्य भूमिका थी. यह विरोध प्रदर्शन तीन माह से अधिक समय तक चला था. सरजन की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी को भी अरेस्ट कर लिया गया था.
25 अन्य उम्मीदवारों का भी पर्चा खारिज
जम्मू कश्मीर में पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने वाले सरजन बरकती के अलावा 25 अन्य उम्मीदवारों का भी पर्चा खारिज कर दिया गया है. पहले चरण के लिए कुल 280 उम्मीदवारों ने पर्चे भरे थे, जांच के बाद इनमें से कुल 26 पर्चे निरस्त कर दिए गए. अभी अन्य नामांकन पत्रों की भी जांच की जा रही है.
पहले चरण में 24 सीटों पर पड़ेंगे वोट
जम्मू कश्मीर में पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को होगा. इसमें 24 सीटों पर वोट पड़ेंगे. इनमें से 16 सीटें साउथ कश्मीर की हैं, जबकि 8 सीटें जम्मू रीजन की हैं. चुनाव परिणाम 4 अक्टूबर को घोषित होगा.