सिद्धारमैया को इस्तीफा देना चाहिए… कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी हमलावर, MUDA स्कैम में घिरे मुख्यमंत्री
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. जहां वह जमीन घोटाले के मामले को लेकर लगातार फंसते नजर आ रहे हैं. MUDA (मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण) मामले में उन्हें हाई कोर्ट से झटका लगा है. कोर्ट ने राज्यपाल के फैसले को चुनौती देने वाली उनकी याचिका को खारिज कर दिया. हाई कोर्ट की ओर से फैसला आने के बाद अब उन पर बीजेपी भी हमलावर दिख रही है. विपक्ष लगातार उनसे इस्तीफे की मांग कर रहा है.
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कर्नाटक हाईकोर्ट का फैसला ऐतिहासिक है. सरकार और सिद्धारमैया ने गड़बड़ी की है. उनको सीएम पद से पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था पर वो सच जानते हैं और जांच से बचना चाहते हैं. इसलिए राज्यपाल के फैसले को चैलेंज किया. गवर्नर के फोटो को चप्पल से मारा गया. यह टेरर पैदा करने के लिए किया गया. बिना देरी किए सिद्धारमैया को इस्तीफा दे देना चाहिए. इसकी विस्तृत और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, जिसके लिए उनको इस्तीफा देना चाहिए.
CBI से जांच कराई जाए
उन्होंने आगे कहा कि बिना पॉलिटिकल पावर के यह नहीं हो सकता. CBI से इसकी जांच कराई जाए. बीजेपी का कर्नाटक सरकार गिराने या अस्थिर करने का न इरादा है और न कोई ऐसी कोशिश कर रहे हैं. यह कांग्रेस को तय करना है कि कौन सीएम बनेगा. किसी और को सीएम बनाए कांग्रेस. बीजेपी विपक्ष में ही बैठेगी. उनके अलावा कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि बीजेपी पिछले 2-3 महीनों से लगातार भ्रष्ट कांग्रेस सरकार के खिलाफ लड़ रही है और हम लोग आंदोलन कर रहे थे लेकिन हर बार सीएम यह कहते रहे कि बीजेपी हमारे खिलाफ राजनीतिक साजिश कर रही है.
#WATCH | Karnataka BJP president BY Vijayendra says, “BJP has been relentlessly fighting against the corrupt Congress government…But they said that BJP is doing a political conspiracy against us…The HC in its judgement has clearly said that the decision taken by the Governor pic.twitter.com/bR2K6dsj5q
— ANI (@ANI) September 24, 2024
बीजेपी ने बताई अपनी जीत
उन्होंने आगे कहा कि हाईकोर्ट ने अपने फैसले में साफ कहा है कि जो फैसला लिया गया है. राज्यपाल का कहना सही है. इसलिए सीएम को इस फैसले को स्वीकार करते हुए तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. आज फैसले से भ्रष्टाचार के मामले के खिलाफ हमें जीत मिली है. आगे भी हम चुप नहीं बैठने वाले हैं. अब आगे क्या करना है. इस बारे में सीनियर लीडर्स के साथ बैठकर बातचीत की जाएगी और हमारे रणनीति क्या होगी इसके लिए फैसला किया जाएगा.
झूठे वादे की सरकार
राजीव चंद्रशेखर ने इस मामले पर कहा कि कर्नाटक की अर्थव्यवस्था मुश्किल में है. कानून व्यवस्था की स्थिति भी खराब है. राहुल गांधी की सरकार झूठे वादे की वजह से प्रदेश में में आई. कर्नाटक हाईकोर्ट ने सिद्धारमैया और उनके परिवार के MUDA जमीन घोटाले की जांच पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है. कर्नाटक में वाल्मीकि घोटाला भी किया गया. कर्नाटक में घोटाले हो रहे है. बीजेपी मामले की स्वतंत्र जांच के लिए सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग कर रही है.राहुल गांधी का एक मात्र उद्देश्य अपने परिवार को समृद्ध बनाने का काम करते है. मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार को भी फायदा पहुंचाया गया है.
तुरंत पद से इस्तीफा देना चाहिए
बीजेपी सांसद लहर सिंह सिरोया ने कहा कि राज्यपाल पर जो राज्य सरकार ने दबाव बनाया है.उनको धमकाने की कोशिश की है. उनका अपमान करने की कोशिश की है. इसके लिए राज्य सरकार और कांग्रेस पार्टी को राज्यपाल से माफी मांगनी चाहिए. यह मेरी मांग है, जब भी कांग्रेस पर ऐसी बात आती है, तो वह न्यायिक मांग करती हैं, इमरजेंसी लगाते हैं. अगर उन्हें थोड़ा अपनी पार्टी के सम्मान का जरा भी ख्याल है तो उन्हें तुरंत पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. वहीं बीजेपी नेता सीटी रवि ने कहा कहा कि कानून सबके लिए समान है. कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसले के बाद सीएम सिद्धारमैया को इस्तीफा दे देना चाहिए. हर भ्रष्ट नेता कहता है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे.सीएम सिद्धारमैया एक भ्रष्ट नेता हैं.