सीताराम येचुरी की बिगड़ी तबीयत, पिछले महीने एम्स में हुए थे भर्ती
CPI(M) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी की तबीयत बिगड़ गई है. इस बात की जानकारी उनकी पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर दी है. उन्होंने एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए लिखा, ‘कॉमरेड सीताराम येचुरी की हेल्थ कंडीशन, उन्हें रेस्पिरेटरी सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है. डॉक्टरों की एक बड़ी टीम उनकी हालत पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं.’
सीताराम येचुरी को पिछले महीने 19 अगस्त को तेज बुखार की शिकायत की वजह से दिल्ली के एम्स में इमरजेंसी डिपार्टमेंट में भर्ती कराया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें निमोनिया होने की वजह से भर्ती किया गया था. तब भी उनकी पार्टी ने 31 अगस्त को एक पोस्ट कर उनकी कंडिशन को लेकर एक्स पर प्रेस रिलीज जारी कर जानकारी दी थी.
गठबंधन में निभाई अहम भूमिका
हाल ही में सीताराम येचुरी की मोतियाबिंद सर्जरी हुई थी. उनकी पार्टी और बाकी सभी सदस्य होने उनके जल्द ही स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं. उनकी हेल्थ को लेकर आगे और भी जानकारी उनकी पार्टी दे सकती है.उन्हें पूर्व महासचिव हरकिशन सिंह सुरजीत की गठबंधन-निर्माण विरासत को जारी रखने के लिए जाना जाता है. उन्होंने साल 1996 में संयुक्त मोर्चा सरकार के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम का मसौदा तैयार करने के लिए पी. चिदंबरम के साथ सहयोग किया और साल 2004 में यूपीए सरकार के गठन के दौरान गठबंधन बनाने में अहम भूमिका निभाई.
राजनीति से पुराना नाता
सीताराम येचुरी का राजनीति से पुराना नाता रहा है. साल 1975 में, जब वह जे.एन.यू. में छात्र थे. तब इमरजेंसी के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. वह 1977-78 में तीन बार जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष भी चुने गए. यानी राजनीति से उनका पुराना नाता रहा है. जेएनयू में पढ़ाई के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के निवास के बाहर पर्चा पढ़ने के चलते वह चर्चा में आए थे. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को यूनिर्वसिटी के चांसलर के पद से हटाने के लिए होने वाले प्रदर्शन का भी नेतृत्व किया था.