सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद कैसे कांवड़ रूट पर जारी है राजनीति?
कांवड़ रूट पर नेम प्लेट लगाने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है, लेकिन इस पर चल रही राजनीति अभी थमी नहीं है. शीर्ष अदालत के निर्णय के बावजूद अभी भी पक्ष और विपक्ष की ओर से इस पर बयान जारी है. यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस पर कहा है कि बीजेपी की सांप्रदायिकता का दिया फड़फड़ा रहा है तो यूपी सरकार के मंत्री की ओर से भी जवाबी बयान आया है.
उत्तर प्रदेश में कांवड़ रूट पर फल विक्रेताओं और दुकानदारों को नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया गया था. मध्य प्रदेश सरकार भी इसी रास्ते पर चली थी. इस फैसले का देश भर में विरोध जताया गया था. बाद में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा व अन्य सामाजिक संगठनों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. सुनवाई के बाद शीर्ष अदालत ने इस पर रोक लगा दी थी. फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि दुकानदारों को पहचान बताने की जरूरत नहीं होगी, लेकिन ये बताना होगा कि खाना मांसाहारी है या शाकहारी. मामले में अब 26 जुलाई को सुनवाई होगी.
दिल्ली से लेकर गाजीपुर तक सियासत
देश में कांवड़ियों को लेकर हो रही सियासत के बीच दिल्ली सरकार दावा किया है दिल्ली से होकर गुजरने वाले लाखों कावंड़ियों के लिए 185 शिविर बनाए गए हैं. जहां इनके ठहरने समेत सभी सुविधाएं की गई हैं. उधर पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने मुस्लिम समाज के लोगों से भी भगवान भोलेनाथ पर जल चढ़ाने की बात कही. ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि ईश्वर अल्लाह तेरो नाम सबको सन्मति दे भगवान सब एक ही हैं चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान. राजभर के बयान पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्री अध्यक्ष मौलाना शहाबदुद्दीन का रिएक्शन आया, जिसमें उन्होंने कहा कि इस्लाम में मूर्तिपूजा बैन है. राजभर जो कह रहे हैं वह गैर शरीयत है.
फैसले पर ये बोले यूपी सरकार के मंत्री
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यूपी सरकार के कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश दिया है, उसका स्वागत है, लेकिन इसमें अपीलकर्ता राजनीतिक पार्टियां हैं. इसीलिए इसको राजनीतिक मुद्दा न बनाया जाए. उन्होंने ये भी कहा कि ये विषय हिंदू-मुस्लिम का नहीं है, न ही राजनीतिक है. यह विषय कांवड़ का है. मंत्री ने दावा किया कि भोले शंकर, मां जगदम्बे और गणेश के नाम से लोग ढाबा चलाते हैं. इस पर रोक लगनी चाहिए. उन्होंने इस मुद्दे पर लोगों से राजनीति न करने की अपील भी की है. इससे पहले यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने भी कहा था कि फैसले पर आपत्ति नहीं है, लेकिन ये सामान्य प्रक्रिया है, नाम बताने में किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
अखिलेश बोले- दिया फड़फड़ा रहा है…
कांवड़ रूट पर नेम प्लेट लगाने पर रोक के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि सुप्रीम कोर्ट को इस पर खुद संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक राजनीति खत्म होने जा रही है, इसीलिए भाजपा दुखी है, इनकी सांप्रदायिकता का दिया फड़फड़ा रहा है. इससे पहले कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी कहा था कि हम सुप्रीम कोर्ट की रोक का स्वागत करते हैं.
यशवीर महाराज ने फिर की अनोखी अपील
कांवड़ यात्रा के दौरान होटल ढाबो,टी स्टाल ,फल ,जूस और पान के खोके पर नेम प्लेट लगाने की मांग उठाने वाले स्वामी यशवीर महाराज एक बार फिर अपनी अनोखी अपील को लेकर चर्चा में है. यशवीर महाराज ने मंगलवार दोपहर एक अनोखी मुहिम शुरू की. उन्होंने सभी सनातनी व्यापारियों से अपील की है की सभी छोटे बड़े दुकानदार अपने अपने प्रतिष्ठानों पर ॐ लिखा भगवा झंडा और भगवन विष्णु के अवतार भगवन वारह की मूर्ति लगाएं.