हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ इस अंग के लिए जरूरी है कैल्शियम

हम जो भी खाते हैं उसका सीधा असर हमारे शरीर की सेहत पर पड़ता है. लेकिन आजकल हम घर के पौष्टिक खाने की बजाय बाहर का तला-भूना, मसालेदार और अनहेल्दी खाना ज्यादा पसंद करते हैं. ये सब चीजें खाने में तो स्वादिष्ट होती है लेकिन इनमें पोषक तत्व ना के बराबर ही मौजूद होते हैं जिससे हमारा पेट तो भर जाता है लेकिन हमें जिन पोषक तत्वों की जरूरत होती है वो नहीं मिल पाते जिससे हमारे शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. जिसके कारण सेहत से जुड़ी की तरह की समस्या हो सकती हैं.
इन्हीं जरूरी पोषक तत्वों में से एक है कैल्शियम, आजकल बच्चों और अधिक उम्र की महिलाओं में ये समस्या काफी देखी जाती है. आज की तारीख में बेहद ही आम समस्या है. लेकिन लोग इसपर बहुत कम ध्यान देते हैं. आइए जानते हैं कि कैल्शियम की कमी होने से सेहत पर कैसे प्रभाव पड़ता है.
कैल्शियम क्यों है जरूरी?
कैल्शियम एक खनिज यानी की मिनरल है जो हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है. कैल्शियम हमारे शरीर की हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है. कैल्शियम शरीर के विकास और मांसपेशियों के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ये मसल्स के मूवमेंट और नर्व के लिए जरूरी है जो ब्रेन तक मैसेज लेकर जाते हैं. साथ ही ब्लड सर्कुलेशन और हार्मोन रिलीज होने के लिए जरूरी है. लेकिन शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर शरीर को कई परेशानियां घेर सकती हैं.
शरीर में कैल्शियम की कमी को मेडिकल भाषा में हाइपोकैल्सीमिया (Hypocalcemia) कहा जाता है. शरीर में कैल्शियम की कमी तब होती है, जब आपके शरीर को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम नहीं मिल पाता है.
दिल्ली राजीव गांधी हॉस्पिटल में डॉ अजित जैन बताते हैं की कैल्शियम शरीर के लिए काफी जरूरी है. यह हड्डियों और दांतों के विकास और उसको मेंटेन करने में अहम भूमिका निभाता है. कैल्शियम की कमी से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में अपनी डाइट का ध्यान रखना जरूरी है.
शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाने पर मसल्स में दर्द और ऐंठन जैसी समस्या हो सकती हैं. इसके अलावा कैल्शियम की कमी का असर हड्डियों पर भी पड़ सकता है. इससे चोट लगने और हल्का की टक्कर लगने पर भी फ्रैक्चर जैसी समस्या हो सकती है. कैल्शियम की कमी का असर दांतों पर भी पड़ सकता है. इसके कारण दांतों में दर्द, मसूड़ों से खून निकलना और कई तरह की समस्या देखने को मिल सकती है. इसके अलावा कमजोरी महसूस होना, चक्कर आना, नाखूनों जल्दी जल्दी टूटना भी कैल्शियम की कमी के कारण हो सकता है.
लेकिन अक्सर हम सभी ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन ये लक्षण कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकते हैं। इसलिए शरीर में दिखने वाले किसी भी लक्षणों को नजरअंदाज ना करें.
शरीर में कैल्शियम की कमी होती क्यों है?
कैल्शियम की कमी का मुख्य कारण हैं पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम युक्त आहार का सेवन नहीं करना हो सकती हैं. वहीं बढ़ती उम्र भी कैल्शियम की कमी होने का एक बड़ा कारण हैं. इसके अलावा शरीर में विटामिन डी कमी होने के कारण भी कैल्शियम की मात्रा कम हो सकती हैं. कैल्शियम की कमी को कभी हल्के में ना लें. क्योंकि शरीर में कैल्शियम की कमी होने से कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. जैसे कि रिकेट्स, ऑस्टियोपोरोसिस, ओस्टियोमेलेशिया, रूमेटाइड अर्थराइटिस.
आपका डॉक्टर आपके शरीर में दिखाई दे रहे लक्षणों और हो रही परेशानियों के आधार पर कैल्शियम स्तर की जांच करवाने को कहेंगे. कैल्शियम स्तर की जांच ब्लड टेस्ट द्वारा कराई जाती है. शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए डॉक्टर आमतौर पर कैल्शियम से भरपूर आहार खाने की सलाह देते हैं और इसी के साथ ही मरीज को कैल्शियम के सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी जाती है. लेकिन उपचार से बेहतर है बचाव इसलिए अपने शरीर पर हमें खुद ध्यान देना चाहिए और स्वस्थ आहार खाना चाहिए. जिससे शरीर में कैल्शियम की कमी ना हो.
कैल्शियम की कमी से बचाव करने के लिए हमें अपनी कुछ आदतों में बदलाव करना चाहिए. कम नमक वाला खाना खाएं क्योंकि ज्यादा नमक खाने से कैल्शियम की कमी हो सकती है. इसी के साथ ही कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे कि दूध, टोफू, पनीर, दही, ब्रोकली, पालक और कैल्शियम से युक्त फलों की मात्रा ज्यादा लें.

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