हमारे रिश्ते 2000 साल पुराने… ईरान ने बताया पश्चिम एशिया में भारत कैसे कम कर सकता है तनाव?
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बाद अब ईरान भी यह बात कहने लगा है कि भारत विश्व में किसी भी तनाव को कम करने में अहम भूमिका निभा सकता है. भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने हाल ही में कहा कि भारत एक बड़ी शक्ति है और ये ग्लोबल साउथ की आवाज बन मध्य पूर्व में संघर्षों को कम करने में सक्रिय भूमिका निभा सकता है.
ईरानी दूत का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान और इजराइल के बीच सीधे जंग की संभावनाएं बढ़ गई हैं. विश्व नेताओं ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है, लेकिन तनाव दिन बा दिन बढ़ता जा रहा है. इराज इलाही ने अपने बयान में कहा है कि ईरान ने भारत और दूसरे प्रभावशाली देशों से संघर्ष के बीच शांति की अपील की है.
2 हजार साल पुराने हैं भारत-ईरान संबंध
भारत के संबंध इजराइल और ईरान दोनों के साथ अच्छे हैं, इसी वजह से विश्व शक्तियां भारत को मध्यस्थ के रूप में देख रही हैं. इलाही ने कहा, “भारत के इजराइल के साथ भी अच्छे रिश्ते हैं, लेकिन ईरान के जितने पुराने नहीं है. भारत और ईरान के रिश्ते करीब 2 हजार साल पुराने हैं.”
इलाही ने ये भी कहा कि ईरान उम्मीद करता है भारत अपने इंफ्लूएंस का इस्तेमाल मध्य पूर्व में तनाव कम करने के लिए केरेगा.
सुरक्षित है ईरान
राजदूत ने इजराइल के जवाबी हमले के डर के सवाल पर कहा कि ईरान भारतीयों और दूसरे देशों के लोगों के लिए सुरक्षित देश है. उन्होंने ये भी कहा कि ईरान का चाबहार पोर्ट और अन्य कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट सुरक्षित हैं, जो भारत-ईरान रिश्तों की रीढ़ हैं. उन्होंने ये भी आश्वासन दिया कि ईरान का क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय व्यापार और संबंधों के लिए सुरक्षित है.
जंग के बीच चीन-रूस से चल रही ईरान की बात
इराज इलाही ने PTI को बताया तनाव के बीच ईरान चीन और रूस के साथ करीबी बातचीत कर रहा है और तीनों देशों के बीच सुरक्षा जानकारियों का आदान प्रदान हो रहा है. साथ ही कहा कि ईरान ने भारत और दूसरे देशों से भी तनाव कम करने के लिए अपनी भूमिका निभाने के लिए आग्रह किया है.