हम नस्लीय हिंसा के खिलाफ…संयुक्त राष्ट्र ने की बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों की निंदा
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि हम बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों के खिलाफ हैं. हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हाल के हफ्तों में बांग्लादेश में होने वाली हिंसा को कम किया जाए. महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक ने कहा कि निश्चित रूप से, हम किसी भी नस्ल आधारित हमले या हिंसा भड़काने के खिलाफ खड़े हैं.
पिछले हफ्ते हिंदू समुदाय के स्वामित्व वाले मंदिरों, व्यवसायों और घरों को जलाने का डॉक्यूमेंटेशन करने वाले कई वीडियो और तस्वीरें इंटरनेट पर सामने आई हैं. यह अशांति शेख हसीना के इस्तीफे और हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच देश से भागने के बाद हुई है.
हिंसा में सैकड़ों लोगों की मौत
बांग्लादेशी मीडिया ने बताया कि कम से कम 27 जिलों में व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई है. भीड़ के हमलों में हिंदुओं को निशाना बनाए जाने और मारे जाने की भी खबरें आई हैं. शेख हसीना के देश छोड़कर भाग जाने के बाद से फैली अराजकता में कम से कम 232 लोगों की जान चली गई है. जुलाई के मध्य में शुरू हुए छात्र विरोध प्रदर्शन के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 550 से अधिक हो गई है.
गुटेरेस ने अभी तक यूनुस से नहीं की बात
अमेरिकी प्रवक्ता ने यह भी स्वीकार किया कि नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली है, ऐसे में संयुक्त राष्ट्र को सरकार बनाने की एक समावेशी प्रक्रिया की उम्मीद है. उन्होंने यह भी बताया कि गुटेरेस ने अभी तक यूनुस से बात नहीं की है.
बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र के स्थानीय समन्वयक ग्विन लुईस, जिन्होंने यूनुस के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया, ने एक्स पर पोस्ट किया कि संयुक्त राष्ट्र शांति और समावेशिता के लिए मोहम्मद यूनुस आह्वान का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस समय बांग्लादेश के लोगों के साथ खड़ा है.
हम समर्थन के लिए तैयार
यह पूछे जाने पर कि क्या संयुक्त राष्ट्र बांग्लादेश में हत्याओं के संबंध में किसी आधिकारिक जांच में भाग लेगा. हक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र नए प्रशासन के ऐसे किसी भी अनुरोध का इंतजार करेगा. उन्होंने कहा कि बेशक, हम बांग्लादेश सरकार और लोगों को किसी भी तरह से समर्थन देने के लिए तैयार हैं, जिसे वे आवश्यक समझें. इस बीच, भारत ने शुक्रवार को भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की निगरानी और बांग्लादेश में भारतीयों और हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए एक समिति के गठन की घोषणा की.