हरविंदर सिंह ने रचा इतिहास, आर्चरी में जीता गोल्ड, ऐसा करने वाले पहले भारतीय

पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के मेडल्स की संख्या अब 22 हो गई है. खेलों का 22वां मेडल हरविंदर सिंह ने मेंस रिकर्व आर्चरी में जिताया है. हरविंदर सिंह ने इस बार गोल्ड मेडल पर निशाना लगाया है. पैरालंपिक में ये उनका दूसरा मेडल है. इससे पहले उन्होंने 2020 पैरालंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इस बार उनका सफर काफी यादगार रहा. उन्होंने एक ऐसा कमाल किया जो इससे पहले कोई भी भारतीय आर्चरी नहीं कर सका था.
हरविंदर सिंह का ऐतिहासिक प्रदर्शन
हरविंदर सिंह भारतीय इतिहास के पहले आर्चरी खिलाड़ी बने जो ओलंपिक या पैरालंपिक के फाइनल में पहुंचने में कामयाब रहे. इस बार उनका प्रदर्शन काफी दमदार रहा. उन्होंने फाइनल मैच में पोलैंड के लुकास सिसजेक को 6-0 से हराया. इसी के साथ वह आर्चरी में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बने. इससे पहले फाइनल में पहुंचने के लिए हरविंदर सिंह ने सेमीफाइनल में ईरान के मोहम्मदरेजा अरब अमेरी को 6-4 के अंतर से हरा दिया था. वहीं, राउंड ऑफ 8 में हरविंदर सिंह ने इंडोनेशिया के सेतियावान को 6-2 से धूल चटाई थी.
कौन हैं आर्चर हरविंदर सिंह?
हरविंदर सिंह का जन्म 25 फरवरी 1991 को हरियाणा के कैथल में हुआ था. हरविंदर ने 2018 एशियाई पैरा खेलों में व्यक्तिगत कैटेगरी में गोल्ड जीता था, तब वह सुर्खियों में आए थे. 2022 एशियाई पैरा खेलों में वह एक ब्रॉन्ज भी जीतने में कामयाब रहे थे. वहीं, पिछली बार उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भी इतिहास रचा था. यह भारत के लिए तीरंदाजी में पहला पैरालंपिक मेडल था. इसके बाद 2021 में उन्हें भारत सरकार से अर्जुन पुरस्कार मिला था. यह पुरस्कार भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा खेल सम्मान ह. वहीं, 2022 में वह भीम पुरस्कार से सम्मानित किए गए थे, जो हरियाणा राज्य की सरकार की ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च खेल सम्मान है.
डेढ़ साल की उम्र में घटी थी ये घटना
हरियाणा के एक किसान परिवार से आने वाले हरविंदर को जीवन के शुरुआती दिनों में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था. दरअसल, जब वह सिर्फ डेढ़ साल के थे, तो उसे डेंगू हो गया था और इलाज के लिए उन्हें इंजेक्शन दिए गए थे. लेकिन इन इंजेक्शनों के साइड इफेक्ट के कारण उसके पैरों की कार्यक्षमता खत्म हो गई थी. उनके अंदर 2012 लंदन पैरालंपिक के बाद तीरंदाजी के प्रति जुनून पैदा हुआ था और आज वह पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन कर रहे हैं.
पेरिस पैरालंपिक 2024 भारत का चौथा गोल्ड
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के नाम अब कुल 4 गोल्ड मेडल हो गए हैं. पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल शूटर अवनि लेखरा ने जीता था. उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल SH1 में गोल्ड अपने नाम किया था. पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी नितेश कुमार ने मेंस सिंग्लस बैडमिंटन एसएल3 में गोल्ड मेडल हासिल किया था. वहीं, तीसरा गोल्ड मेडल सुमित अंतिल ने जैवलिन में जीता था. अब हरविंदर सिंह इस लिस्ट में सामिल हो गए हैं.

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